
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर नगर सहित अधिकांश गांवो में धड़ल्ले से संचालित हो रहे ईट भटठों से पर्यावरण, रायल्टी के साथ मुख्य सड़कों में आवाजाही में भी परेशानी हो रही है। क्षेत्र में दिनों अवैध ईट भट्ठे का संचालन धड़ल्ले से चल रही है। इन लोगों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से अवैध ईट भट्ठों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पर्यावरण तो प्रदूषित हो ही रहा है। साथ ही राजस्व को होने वाले आय का भी नुकसान हो रहा है। अब तक खनिज विभाग द्वारा अवैध ईट भटठा संचालकों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई हालांकि कुछ स्थानों में कभी कभार कागजी कार्यवाही कर खानापूर्ति हो रही है। इससे ईट भटठा संचालकों के हौसले इतने बुलंद हो गए है ये लोग बड़े पैमाने पर ईट का निर्माण कर शासकीय व निजी जमीन के खनन करने में लगे हुए है। अनेक ग्रामों पर अवैध ईट भटठों का धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है खनिज विभाग द्वारा इक्का-दुक्का पिछले वर्ष जारी किए गए रायल्टी व पीटपास के भरोसे ईट भठटा संचालन किया जा रहा है इसके बाद भी कार्यवाही नहीं हो रही है। ईट भटठा संचालन के लिए रायल्टी छूट कुम्हार को आबादी, वनक्षेत्र निस्तार स्थल, पाठशाला, सड़क, शासकीय भवन से तय दूरी आदि पर ईट भटठा संचालित करना है परंतु इन सब नियमों धज्जियां उड़ाते हुए ईट भटठों का संचालन करते है। आसपास ग्रामों के ईट भटठों संचालन करने वाले से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बाहरी कुम्हारों ने ग्रामीण इलाकों में पैठ जमा लिए है और ग्रामीण इलाकों के किसानों से खेती की भूमि लेकर ईट भटठों का संचालन कर रहे है वहीं स्थानीय कुम्हार लोगों को अपने व्यवसाय करने के लिए इधर उधर भटकना पड़ा है। क्योंकि बाहरी लोग इधर कब्जा बना बैठे है। खनिज विभाग एवं जिला प्रशासन से तत्काल अवैध रूप से चल रहे ईट भटठों पर कार्यवाही की मांग की गई है।