
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। विश्व की पांच सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक हिंदी भाषा की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है हिंदी उन सभी गुणों से अलंकृत है जिनके बल पर वह विश्व की साहित्यिक भाषाओं की अगली श्रेणी में सभासीन हो सकते है कार्यक्रम में सभी बच्चों ने नारा लगाया कि देश की ऊंची शान करें हम हिंदी में काम करें अपनी मातृभाषा का सम्मान करें हिंदी में ही कम करे हिंदी हमारी राष्ट्रीय एकात्मता की पावन भाषा है आइए दैनिक जीवन व्यवहार में हिंदी भाषा के प्रयोग हेतु संकल्पित हो हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है हिंदी भाषा अनेकता में एकता को स्थापित करने का सूत्रधार है गर्व है हमें क्योंकि पहचान हमारी हिंदी है जन.जन की भाषा हिंदी है सरल शब्दों में कहा जाए तो जीवन की परिभाषा हिंदी है कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संस्था के प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव घनश्याम कंवर दुर्गेश विश्वकर्मा मंदाकिनी साहू निरूपा निषाद लीलाराम मतवाले प्रियांशु कंडरा ज्योति वर्मा शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे।