शैक्षणिक भ्रमण में विद्यार्थियों ने जाना मिनरल वाटर बनाने की प्रकिया

भिलाई (गंगा प्रकाश)। श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई के मैनेजमेंट विभाग के विद्यार्थियों को डॉ. नेहा सोनी, विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत 46 विद्यार्थियों को शिवा मिनरल वाटर, भिलाई इंडस्ट्रीयल सेक्टर का भ्रमण कराया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों को शिवा मिनरल वाटर के डायरेक्टर विजय अग्रवाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मिनरल वाटर के सम्पूर्ण प्रोसेसिंग से सम्बंधित जानकारियां प्रदान की साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों के जिज्ञाषा को दूर करते हुए बताया कि मिनरल वाटर के नाम का मतलब है खनिज तत्वों से भरपूर पानी, यानी मिनरल वाटर की बोतल में भरा पानी ऐसे प्राकृतिक स्रोतों से लिया जाता है, जहाँ के पानी में कई लाभदायक खनिज तत्व मिले होते हैं। ऐसे पानी और नल के पानी में काफी अंतर होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्राकृतिक सोते, झरने और फव्वारे से मिलने वाला पानी उस स्थान की मिटटी, पत्थर से मिले स्वास्थ्यवर्धक लवणों, खनिजों से भरपूर और ऑक्सीजन युक्त होता है। मिनरल वाटर पीना स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिए अच्छा होता है। ये दाम में थोडा महंगा भी होता है। बाजार में मिलने वाला ज्यादातर बोतलबंद पानी पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर होता है। ये पानी मिनरल वाटर से सस्ता होता है।पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर नल से आने वाला सामान्य पानी होता है जिसे फ़िल्टर से छान कर, केमिकल प्रोसेस जैसे रिजर्व ओस्मोसिस, ओजोन ट्रीटमेंट आदि से साफ करके पैक कर दिया जाता है। जिस बोतल पर IS:13428 कोड लिखा हो तो वही असल में मिनरल वाटर है। तत्पश्चात प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. नेहा सोनी ने डायरेक्टर अग्रवाल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शैक्षणिक भ्रमण की इस कड़ी में शिवा मिनरल वाटर के कार्यकलापों से विद्यार्थी प्रायोगिक एवं व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर स्वयं के व्यवसाय के ओर अग्रसर होंगे साथ ही उन्होंने शैक्षणिक भ्रमण के रेखांकित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए महत्वपूर्ण कड़ी है। ये भ्रमण विद्यार्थियों को अपने और दूसरों के अनुभव से सीखने का एक अच्छा अवसर देते हैं। जब विद्यार्थी शैक्षणिक भ्रमण पर जाते हैं तो वे अपनी आँखों से प्रत्यक्ष रूप में देखकर किसी भी विषयवस्तु का वर्णन करने में सक्षम हो जाते हैं। उनके भ्रम और मिथ्या धारणाएँ दूर होती हैं। इसीलिए प्रबंधन विभाग अपने विद्यार्थी के लिए शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन करता है ताकि वे विविध जलवायु, वातावरण, विकास, इतिहास, संस्कृति, उद्योग जगत से वास्तविक रूप से अवगत हो सकें। उक्त शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम में मैनेजमेंट विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. वैभव सोनी, डॉ. एकता मिश्रा एवं सुश्री श्वेता शाजी का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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