आकांक्षी ब्लॉक बौद्धिक संपदा जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। भारत सरकार के लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्यम मंत्रालय ने देश में ब्लॉक स्तर पर लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्यमों को बौद्धिक संपदा विषय में संवेदनशील बनाने के लिए एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाने का प्रयास किया है। साथ ही प्रत्येक राज्य में आकांक्षी ब्लॉकों की पहचान की है। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद बौद्धिक संपदा अधिकार केंद्र द्वारा किया जाएगा। आकांक्षी ब्लॉक गरियाबंद से इसकी शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं आकांक्षी ब्लॉक फेलो गरियाबंद द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें जीएम डीआईसी, डीईओ, एनयूएलएम , एनआरएलएम, कृषि विज्ञान केंद्र के जिला एवं ब्लॉक लेवल अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही कॉलेज प्राचार्य एवं विषय संबंधित शिक्षक पॉलीटेक्निक, आईटीआई, वीर नारायण सिंह कॉलेज के भी उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम 15 एमएसएमई, 10 स्टार्टअप, 15 औद्योगिक संघों की भागीदारी के साथ जिला पंचायत सभा कक्ष में आयोजित हुई। कार्यक्रम में अतिथि प्रवक्ताओं के रूप में प्रशांत कविश्वर वैज्ञानिक ई 1 ऑफिसर , डॉ अमित दुबे ऑफिसर भारत सरकार और सूक्ष्म उद्यमी के रूप मे कृष्ण नंद सेन मौजूद रहे।

 जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बताया कि नवाचारों को पोषण और संरक्षण की आवश्यकता होती है, इसलिए बौद्धिक संपदा अधिकारों के क्षेत्र में जागरूकता का व्यापक रूप से प्रचार कि आवश्यकता है। इसे देखते हुए गरियाबंद में यह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। डॉ अमित दुबे ने बौध्दिक सम्पदा अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी देकर पेटेंट और ट्रेड मार्क पर ध्यान केंद्रित कराया।  प्रशांत कविश्वर ने बताया कि कैसे गरियाबंद जिला नवाचारों में आगे बढ़ रहा है , सूक्ष्म उद्यमी कृष्ण नंद सेन ने अपनी सफ़लता की कहानी बताते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा कैसे समूह और उद्यमी को मदद दिया जा रहा है।
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