
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। भाजपा ने चुनाव जितने के लिए बड़े बड़े वायदों तो किए परंतु अब उन्हें पूरा करने भाजपा बहानों के साथ वायदों को तोड़-मरोड़ कर जनता को ठगने का प्रयास कर रही है। 3100 क्विंटल धान खरद कर संपूर्ण राशि का एक साथ भुगतान करना भाजपा को भारी पड़ रहा है। यही कारण है कि उससे बचने भाजपा झटपटा रही है। और किसानों को मात्र समर्थन मूल्य का चुकारा ही किया जा रहा है। कांग्रेस की जिला पंचायत सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे ने कहा है कि मोदी की गारंटी के नाम पर 3100 रू. प्रति क्विंटल एकमुश्त देने का वादा करके सत्ता में बैठे भाजपा के नेता यह बताए कि एमएसपी और 3100 रू. के अंतर की राशि छत्तीसगढ़ की किसानों को कब मिलेगी। किसानों द्वारा लिया गया कर्ज लिंकिंग के माध्यम से शत प्रतिशत वसूला जा रहा है लेकिन किसानों को भुगतान केवल 2183 रू. प्रति क्विंटल की दर से ही हो रहा है। साल खत्म हो गया लेकिन, किसानों को भुगतान के मामले में भाजपा ने चुप्पी साध रखी है। आखिर किसानों के हक और अधिकारों पर कब तक डकैती डालते रहेंगे भाजपाई। जिला पंचायत सभापति श्रीमती रात्रे ने कहा है कि आदतन किसान विरोधी भाजपाई चुनाव जीतते ही वादाखिलाफी पर उतर आए है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित भाजपा के तमाम प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ के सभी किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का वादा करते दिखे लेकिन सरकार बनते ही भाजपा नेताओं ने यू टर्न ले लिया। यहॉ तक विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी मोदी की गारंटी को लेकर बड़े बड़े दावे किए, लेकिन सरकार बनते ही सब फिसड्डी साबित हो गई। मधुबाला रात्रे ने कहा कि धान और किसान का विषय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के लिए केवल चुनावी है चुनाव खत्म मुद्दा खत्म। भाजपा को जल्द ही किसानों से वायदा खिलाफी का खमियाजा भुगतना पड़ेगा।