
प्रकाश कुमार यादव
रायपुर(गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ में कोयला और शराब घोटाले में मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर के एंटी करप्शन ब्यूरो में एफआईआर दर्ज कराई है। ईडी की ओर से दर्ज केस में शराब घोटाले में 35 नामजद और कोयला घोटाले में 71 नामजद आरोपितों के नाम शामिल है। वहीं, जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है, उसमें पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पूर्व मुख्य सचिव, दो निलंबित आइएएस, रिटायर्ड आइएएस अफसर सहित कई अन्य कांग्रेसी नेता शामिल हैं।

पूर्व सीएम बघेल ने क्या कहा?
वहीं, ईडी द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने एसीबी को उस मामले में अपराध दर्ज करने का निर्देश दिया, जिसकी जांच ईडी और आयकर अधिकारी पिछले तीन वर्षों से कर रहे हैं।प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग पिछले तीन सालों से इस मामले की जांच कर रहे थे और अब यह पता चला है कि सरकार ने राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। ईडी और आईटी द्वारा जब जांच की जा रही थी उस दौरान हमारे किसी भी नेता का नाम नहीं लिया गया था। हालांकि, एसीबी ने अब हमारे कई नेताओं को नामित करते हुए अपराध दर्ज किया है। ऐसा लगता है कि आने वाले समय में लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मामला दर्ज किया गया है।
बघेल ने भाजपा पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस नेता यूडी मिंज का नाम लिया गया है, क्योंकि उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के खिलाफ चुनाव लड़ा था। पूर्व सीएम ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कदम केवल भाजपा नेता की संकीर्ण और प्रतिशोधी मानसिकता को दर्शाता है।


इन दिग्गज नेताओं पर दर्ज हुआ एफआईआर
सूत्रों के अनुसार, शराब घोटाले में अनवर ढेबर, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा, एक दर्जन से अधिक आबकारी अधिकारी के नाम शामिल हैं, जबकि कोयला घोटाले में जेल में बंद रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, सुनील अग्रवाल, सूर्यकांत तिवारी, विनोद तिवारी, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, शिशुपाल सोरी, बृहस्पत सिंह, विवेक ढाढ, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक यूडी मिंज, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, रामगोपाल अग्रवाल, विजय भाटिया, चंद्रदेव राय समेत 71 नामजद आरोपित है। यह एफआईआर ईडी अधिकारी संदीप कुमार की तरफ से 17 जनवरी को दर्ज कराई गई है।
मार्च 2023 में ईडी ने दिया था आवेदन
बताया जा रहा है कि इन दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज करने के लिए ईडी ने मार्च 2023 में एसीबी- ईओडब्ल्यू को आवेदन दिया था। लेकिन तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, ऐसे में उस समय एफआईआर दर्ज नहीं की गई, लेकिन अब सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य सरकार की एजेंसी ने इन मामलें में एफआईआर दर्ज कर लिया है। दोनों मामलों में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं में एफआईआर दर्ज किया गया है।
जेल में हैं दोनों मामलों के कई आरोपी
बता दें कि दोनों मामलों की जांच ईडी पहले से कर रही है। कोयला और शराब घोटाला में करीब दर्जनभर लोग अभी जेल में हैं। इनमें आईएएस अफसर और कारोबारी शामिल हैं। इनमें से कुछ एक साल से जेल में हैं।
नोएडा में भी दर्ज है एक एफआईआर
शराब घोटाला में नोएडा में भी एक एफआईआर दर्ज है। यह एफआईआर ईडी की ही शिकायत पर नोएडा पुलिस ने दर्ज किया था। इसमें आबकारी विभाग के सचिव व विशेष सचिव समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। यह एफआईआर नोएडा के कसाना थाना में आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 473 और 120 बी के तहत दर्ज किया गया है।
इस एफआईआर में ईडी की तरफ से नोएडा की कसाना पुलिस को बताया गया है कि ईडी की तरफ से छत्तीसगढ़ में शराब घोटला की जांच की जा रही है। इस जांच में ईडी को यह पता चला है कि नोएडा स्थित मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को नियम विरुध्द तरीके से टेंडर दिया गया था, जबकि कंपनी टेंडर में शामिल होने के लिए पात्र ही नहीं थी। इसके बावजूद कंपनी ने छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के अफसरों के साथ मिलकर टेंडर हासिल कर लिया। आरोप है कि छत्तीसगढ़ के अफसरों ने इस मामले में आठ पैसा प्रति होलोग्राम कमीशन लिया। एफआईआर में होलोग्राफी कंपनी के एमडी विदु गुप्ता का भी नाम है।
जानें अब तक कोल मामले में क्या हुआ?
छत्तीसगढ़ में कथित कोल घोटाले के लेकर ईडी ने बीते 3 सालों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कई बार छापे मारे,अब तक ईडी ने कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सीएम सेकेट्रिएट की अधिकारी सौम्या चौरसिया, पूर्व आईएएस समीर बिश्नोई, रानू साहू समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया,इतना ही नहीं इस मामले में 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अटैच भी की गई है, ईडी इसे मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा इसे प्रदेश का बड़ा आर्थिक अपराध मानते हुए शिकायत प्रदेश की ACB से की थी।