
रायपुर(गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के दिग्गज आदिवासी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत और उनके करीबियों के घरों में चल रहा इनकम टैक्स की छापेमारी पांच दिनों के बाद रविवार की शाम को समाप्त हो गई, इनकम टैक्स की इस कार्रवाई में कितना कुछ मिला है।इस बारे में अभी तक इन्कम टैक्स विभाग के की ओर से कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं बताया गया है।बताते चले कि आयकर विभाग की टीम ने 31 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बड़ी कार्रवाई की थी, आईटी की टीम ने पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के साथ उनके करीबी और कई कारोबारियों के ठिकानों पर रेड मारी थी, 31 जनवरी से जारी कार्रवाई 5 दिन बाद अमरजीत भगत के ठिकानों पर खत्म हो गई है,बताया जा रहा है कि कार्रावाई के बाद आईटी की टीम बड़ी संख्या में दस्तावेज समेत कंप्यूटर, CPU और पैनड्राइव लेकर वापस लौटी है,इस दौरान कितनी संपत्ति पाई गई अब तक इसका खुलासा नहीं हुआ है,31 जनवरी, बुधवार को इनकम टैक्स विभाग ( आईटी) ने राज्य के अलग-अलग जिलों में पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के निवास के साथ-साथ चौहान बिल्डर्स, प्रदीप जैन, विजय जैन, संदीप जैन, पप्पू बंसल, चंद्रभान शेरवानी समेत 47 ठिकानों पर रेड मारी थी।
अफवाहों का बाजार गर्म
हालांकि, आम लोगों के बीच अफवाहों का बाजार गर्म है. कुछ लोगों को करोड़ों रुपए कैश मिलने की बात भी कह रहे हैं,इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने एक बयान जारी कर कहा है कि कहा है कि इनकम टैक्स की कार्रवाई में कोई अघोषित नकदी नहीं मिली है।इसके आगे उन्होंने लिखा है कि कई मीडिया के साथी करोड़ों में अलग-अलग अघोषित नकदी मिलने की खबर चला रहे हैं, जो सही नहीं नहीं है। इसके आगे उन्होंने लिखा कि कृपया गलत आंकड़ों को सुधार कर सही जानकारी जनता तक पहुंचाने में सहयोग करें।
राजीव अग्रवाल का घर किया सील
अमरजीत भगत के करीबी राजीव अग्रवाल के घर में छापा मारकर कार्रवाई के दौरान राजीव अग्रवाल इनकम टैक्स अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए,जिसकी वजह से उनके निवास में इनकम टैक्स ने नोटिस चस्पा कर घर को सील कर कोतवाली पुलिस को इसकी जानकारी दे दी है, वहीं, इस कार्रवाई के दौरान जिन- जिन लोगों से इनकम टैक्स विभाग ने पूछताछ के लिए अपने अंडर में रखा था, उन्हें छोड़ दिया है।
31 जनवरी से चल रही थी दबिश
दरअसल, 31 जनवरी की सुबह तड़के लगभग 6 बजे के आसपास आईटी विभाग के 50 से ज्यादा अधिकारियों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के अंबिकापुर, सूरजपुर, सीतापुर सहित रायपुर के घरों और पाईप फैक्ट्री में छापा मार कार्रवाई को अंजाम दिया था. इस दौरान आईटी की कार्रवाई उनके निजी सचिव राजेश वर्मा, उपनिरीक्षक रूपेश नारंग, सिविल इंजीनियर प्रमोद टोप्पो, ड्राईवर महेंद्र, कांग्रेस नेता दिलीप घर, भाजपा नेता संदीप घोष, निजी सहायक डॉ. फ्रेंकलिन टोप्पो और कांग्रेस नेता व लकड़ी व्यावसायिक राजीव अग्रवाल के घरों और उनके कार्यालय में एक साथ की गई थी।

छापे को बताया आदिवासियों को परेशान करने की साजिश
आईटी कार्रवाई के बाद सामने आए पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने अपने फेसबुक अकाउंट में यह जानकारी दी है कि आयकर के अधिकारी उनके स्थित निवास से सात लाख नगद और अंबिकापुर के घर से 27 लाख रुपए की नगदी जब्त कर ले गए हैं। उन्होंने दावा किया है कि पुरे पांच दिनों की कार्रवाई करने के बावजूद टैक्स से संबंधित सारे दस्तावेज सही मिले हैं। उन्होंने कहा कि कस्टम मलिंगा को हम डायरेक्ट ऑपरेट नहीं करते हैं। ये सिर्फ आदिवासियों को परेशान करने की साज़िश है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की यह जांच 20 ठिकानों पर पूरी हो गई है और केवल 25 ठिकानों पर जांच जारी है।
सूत्रों के अनुसार आयकर की जांच मुख्य रूप से पूर्व खाद्य मंत्री भगत के साथ ही चौहान बिल्डर्स और हरपाल अरोरा के ठिकानों पर चल रही है। अब तक की जांच में विभाग ने करोड़ों की प्रापर्टी के दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इस संबंध में कड़ी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि पूर्व मंत्री भगत के करीबियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। साथ ही उनका फाइनल स्टेटमेंट लिया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि रविवार तक यह जांच पूरी हो सकती है।
अभी तक आयकर विभाग ने चार दिनों में इनके ठिकानों से 2.50 करोड़ रुपये नकद और 2.50 करोड़ की ज्वेलरी जब्त कर ली है। अभी ठिकानों में जांच जारी है और प्रापर्टी के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही जांच के दौरान 12 लाकर भी मिले हैं। आयकर की इस कार्रवाई में महाराष्ट्र, ओडिशा और मध्य प्रदेश की टीम जुटी हुई है। इसमें 300 आयकर अफसर हैं। इसके साथ ही 100 से ज्यादा सीआरपीएफ के जवान हैं।
हम न डरेंगे, न झुकेंगे: अमरजीत भगत
छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने बताया, न कुछ मिला, न कुछ हासिल हुआ। हमारी तरफ से चुनाव में संपत्ति का जो ब्यौरा दिया गया था, उतना ही मिला है। जो राशि ज़ब्त बताई जा रही है, वो मेरे खाते से निकली हुई है। लोगों की आवाज़ दबाने, डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है…हम न डरेंगे, न झुकेंगे।
राजीव अग्रवाल के घर को किया सील
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबी राजीव अग्रवाल के घर में रेड के दौरान वे IT टीम के अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए। जिसकी वजह से अग्रवाल के निवास में IT टीम ने नोटिस चस्पा कर घर को सील कर दिया है। टीम ने इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को भी दी है। हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान जिन-जिन लोगों को पूछताछ के लिए अपने अंडर में रखा था, उन्हें छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि, छत्तीसगढ़ कोयला और शराब मामले में ED ने EOW में कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इसमें पूर्व मंत्री अमरजीत भगत का नाम भी शामिल हैं।