यादव परिवार में आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ सुनने के लिए पहुंच रहे हैं बड़ी संख्या में श्रद्धालु

गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। स्वर्गीय बहुरा देवी यादव की स्मृति में संगीतमय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन मंडी प्रांगण के बाजू संजय नगर फिंगेश्वर में आयोजित की जा रही है प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्त जन कथा पंडाल में पहुंचकर कथा का रसास्वादन कर अपने जीवन को कृतार्थ कर रहे हैं व्यासपीठ पर पंडित दिनेश्वर प्रसाद शर्मा पंचकोशी धाम मौलीपारा फिंगेश्वर वाले ने कहा वर्तमान में हमारे युवा पीढ़ी धीरे.धीरे अपने आप को सत्संग से दूर करते जा रहे हैं। माता पिता के बातों को अमल करने के बजाय उनकी कही गई बातों को अनसुनी कर रहे हैं जिसके कारण दिनों.दिन परिवार में आपसी कलह के वातावरण निर्मित हो रहे हैं। आज लोग सुनना कम और सुनना ज्यादा चाहते हैं भागम भाग भरी जीवन में लोग एक दूसरे के सुख.दुख सहभागी बनने के बजाय एक दूसरे से कमी निकालने में ज्यादा समय दे रहे हैं जिसके कारण एक दूसरे से काफी दूर होते चले जा रहे हैं।भक्त ध्रुव और प्रहलाद अपने माता पिता के प्रति बहुत विश्वास रखने के थे साथ अपने गुरु एवं ईश्वर के प्रति अटूट विश्वास रखते थे। हिरण्यकश्यप के द्वारा अनेकों बार भक्त प्रहलाद को श्रीहरि के नाम लेने के लिए मना किया किन्तु प्रहलाद ने श्रीहरि का नाम लेना एवं भक्ति कभी नही छोड़ा जो आगे चलकर भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त की। भगवान श्रीहरि निर्मल प्रेम रखने वाले को ही अपनी भक्ति प्रदान करते हैं ऐसे अनेक भक्त हुए जिसमें मीरा बाईए माया शबरीए रैदासए सुदामाए गिद्धए अजामिल माता अहिल्या जिनके ऊपर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखा तभी तो भक्त गुहा केंवट के अटपटे एवं निर्मल बोली को सुनकर भगवान को भी मुस्कुराना पड़ा क्योंकि केवट के जीवन में प्रेम का दर्शन था प्रदर्शन नही इसलिए मनुष्य को सदैव अच्छे कर्म करते रहना चाहिए । भगवान श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता अपने आप में एक मिशाल है सुदामा जानता था मेरे बचपन का मित्र कृष्ण द्वारिकापुरी के सम्राट हैं जिसके पास जाने मात्र से मेरी गरीबी मिट सकती हैं किन्तु सुदामा इसका लाभ कभी नही उठाया बार बार पत्नी सुसीला के कहने पर मिलने के लिए गया और सुदामा की गरीबी मिट गई। भक्ति में कभी भी दिखावा एवं आडम्बर नही होनी चाहिए इसलिए जब भी ईश्वर की भक्ति करनी है तो मन में निष्काम भाव को हृदय में धारण कर भक्ति करें।अमन शर्मा के द्वारा एक से बढ़कर एक भक्तिमय गीत से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। बाहर से आने वाले सभी भक्त जनो के लिए यादव परिवार के द्वारा भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई हैं।

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