
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओबीसी यानि अन्य पिछड़ा वर्ग को अपमानित करने वाला बयान देने पर महासमुंद के पूर्व सांसद और भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंदूलाल साहू ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है । श्री साहू ने कहा कि उम्र के हिसाब से राहुल गांधी वृद्धावस्था की ओर जरूर बढ़ रहे हैं लेकिन संसद के भीतर और संसद के बाहर उनका व्यवहार किसी मंदबुद्धि बच्चे की तरह ही रहा है । राहुल गांधी आये दिन किसी भी व्यक्ति और समाज विशेष के लिए बिना सोचे.समझे और बिना आधार के ऐसी ही अपमानजनक टिप्पणियां करते आए हैं । राहुल गांधी कभी यह नहीं सोचते कि उनकी ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों से संबंधित व्यक्ति या समाज की कितनी मानहानि होती होगी । राहुल गांधी की ऐसी ही अपमानजनक टिप्पणियों के कारण उन पर देश के अलग.अलग न्यायालयों में मामले विचाराधीन हैं । इतना ही नहीं मोदी समुदाय पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के कारण उनकी संसद सदस्यता तक जा चुकी हैए जिसमें फिलहाल माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा राहुल गांधी की राहत प्रदान की गई है । उच्चतम न्यायालय ने राहत देते समय राहुल गांधी को चेतावनी भी दी है कि वे सार्वजनिक तौर पर कुछ भी कहने से पहले अच्छी तरह सोच.विचार जरूर करें लेकिन चांदी का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए राहुल गांधी शायद अपने आप को संविधानए न्यायालय और देश से बड़ा समझने लग गए हैं । इस पूरे मामले में बड़ी बात यह है कि राहुल गांधी खुद तो अपना वास्तविक जाति.धर्म.वर्ग देश के सामने प्रस्तुत नहीं करते हैं लेकिन इसके बाद भी देश में भेदभाव फैलाने के लिए सीना ठोंककर देश के हर व्यक्ति का जाति.धर्म.वर्ग जरूर पूछते रहते हैं जिसका कोई तुक नहीं है और इससे देशवासियों में जाति.धर्म.वर्ग के आधार पर केवल और केवल आपसी वैमनस्य बढ़ेगा । वोट बैंक के लिए आज ओबीसी वर्ग के हक की बात कहने वाले राहुल गांधी को देशवासियों को इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्यों उनके परनाना जवाहर लाल नेहरू, नानी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के लिए की गई “काका कालेलकर” और “बीपी मंडल कमीशन” की सिफारिशों को क्यों नहीं लागू किया
श्री साहू ने कहा कि चाणक्य ने बिल्कुल सही कहा था कि “विदेशी मां की कोख से पैदा हुआ बच्चा कभी भी देश हित में नहीं सोच सकता । “राहुल गांधी लगातार देश की एकता अखंडता और शांति को भंग करने का प्रयास करते रहे हैं । देश के अंदर और देश के बाहर जाकर भी देश के विरुद्ध बातें कहते हुए विरोधी राष्ट्रों को मजबूती प्रदान करते हैं जो देश के लिए घातक हो सकती हैं । मेरी अपील है कि राहुल गांधी को राहत देने से पूर्व न्यायपालिका को इस गंभीर विषय पर जरूर चिंतन करना चाहिए ।
श्री साहू ने आगे कहा कि वर्तमान में राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जानबूझकर और सोची.समझी रणनीति के तहत प्रधानमंत्री मोदी और ओबीसी वर्ग पर अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं जिससे उनके विरुद्ध एक बार फिर से या तो थाने में एफआईआर दर्ज हो जाय या किसी न्यायालय में मानहानि का वाद दायर किया जाए और जिसके बाद राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी फिर से पूरे देश में यहां माहौल बनाने लग जाएंगे कि देश में संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। लेकिन राहुल गांधी यह भूल रहे हैं कि देश की जनता समझदार हो गई है उनकी इन ओछी हरकतों से चुनाव में उनकी पार्टी को जनता से “वोंट नहीं बल्कि चोंट” मिलेगी और “कांग्रेसमुक्त भारत” का सपना साकार होगा । यानि राहुल गांधी अपनी पार्टी के लिए भस्मासुर साबित होंगे ।