
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार डीजीएफटी क्षेत्रीय प्राधिकरण नागपुर द्वारा गत दिवस जिला पंचायत सभाकक्ष में निर्यात आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीजीएफटी, नागपुर से आए अधिकारी सुश्री सोनाली मोराई द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत, वोकल फार लोकल और मेक इन इण्डिया के लक्ष्य से अवगत कराया गया। डीजीएफटी से आए अधिकारी श्री ध्रुव पारेख द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से डीजीएफटी के कार्य उद्देश्य एवं वस्तुओं के आयात निर्यात के लिए पोर्टल में आईईसी पंजीयन, क्रेता की जानकारी के लिए भारतीय दुतावास, ई कामर्स, बायर्स सेलर मीट, सोशल मीडिया, एक्सपोर्ट कांउसिल की जानकारी प्रदान की गई। डीजीएफटी के अधिकारी नितिन पाटिल द्वारा कस्टम से संबंधित प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की गई। लीड बैंक मैनेजर मोहम्मद मोफिज द्वारा लेटर आफ क्रेडिट (साख पत्र) बनाने की प्रक्रिया एवं निर्यात में उपयोगिता की जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में आयात निर्यात में भारतीय डाक निर्यात बैंक की भूमिका और विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया। कार्यशाला में उद्यमियों, व्यापारियों एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने हिस्सा लिया। संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत द्वारा ने बताया कि जिले में कुल 08 इकाईयों को आईईसी जारी हुआ है। उन्होने निर्यात के महत्व एवं स्थानीय उत्पाद के निर्यात प्रोत्साहन के लिए जिला पंचायत, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, डीजीएफटी में समन्वय की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला व्यापार एवं उद्योग के महाप्रबंधक, कृषि व उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक, स्थानीय राईस मिलर्स, किराना व्यापारी संघ, स्टोन कटिंग के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।