महासमुंद लोकसभा से संत महात्मा या रामभक्त को टिकट दिया जाय – रुपनाथ बंजारे

छुरा (गंगा प्रकाश)। लोकसभा चुनाव नज़दीक है पार्टियों के कार्यकर्ता एवं लोगों में टिकट वितरण की सरगर्मी तेज होता हुआ दिखाई दे रहा है। दावेदार टिकट की मांग कर अपने अपने जीत की ताल ठोक रहे हैं साथ ही उनके समर्थक अपनी पहुंच के आधार पर आलाकमान तक टिकट के लिए जोर लगाते है पर वास्तव में केंद्रीय मंत्रिमंडल और राज्य सरकार के राय सुमारी सलाह से जिताऊ प्रत्याशी को मैदान में उतारते हैं। आज के परिवेश में कब किसको टिकट मिल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। पार्टी जिसको भी प्रत्याशी घोषित करेगा पार्टी के कार्यकर्ता उसी के लिए तन मन धन सब कुछ न्योछावर कर समर्पित भाव से जिताने के लिए कार्य करते हैं राजनीतिक पार्टियां कभी कभी कई वर्षो से जुड़े कार्यकर्ता को नजरंदाज कर दलबदलू और घुसपैठिए नेता को टिकट दे देते है जिससे कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच का विश्वास टूट जाता है यह भी सत्य है कि राजनीति में शाम दाम दण्ड भेद सब प्रकार की परिपूर्ण कला को अपनाना पड़ता है। तब पार्टियों के आलाकमान को भी जन मानस की मंशा और वरिष्ठ नेतृत्वकर्ता को मौका का अवसर मिलना चाहिए। छत्तीसगढ़ राज्य में ग्यारह लोकसभा सीट है जिसमें महासमुंद लोकसभा भी एक है।महासमुंद लोकसभा सीट में विश्व प्रसिद्ध शिव लिंग भूतेश्वर महादेव, छत्तीसगढ़ का प्रयाग विश्व प्रसिद्ध राजिम कुम्भ कल्प, घटारानी जतमाई, घुंचापाली की चंडी, टेंगनाही, भाटीगढ़िन आदि जो कि देव स्थल है ऐसे में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व एक संत करे तो कितना अच्छा हो आज उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सब बात करते है पर छत्तीसगढ़ से संत महात्मा को संसद में भेजने की कोई राजनीतिक पार्टी बात नहीं करते।लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए महासमुंद से कोई भी प्रतिभावान नया चेहरा देना चाहिए जिससे लोगो का आत्मविश्वास मनोबल बढ़े। समाजिक कार्यकर्ता एवम छत्तीसगढ़ श्रमिक संगठन मजदुर संघ के जिलाध्यक्ष रुपनाथ बंजारे ने कहा भाजपा पार्टी में इस समय महासमुंद से संत महात्मा श्री श्री गोवर्धन शरन व्यास सिरकट्टी आश्रम के महामंडलेश्वर हैं जो एक कट्टर हिन्दुत्व वादी सनातनी गौसेवक हैं जो सभी धर्म कार्य स्थानों पर अपने कथा प्रवचनों के माध्यम से हिंदुत्ववादी का संदेश देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह जन मानस को सींच रहे है। इससे पूर्व छत्तीसगढ के राजिम कुंभ धर्म नगरी से एक साधु संत महात्मा पवन दीवान को भेजा जा चुका है आज भी इसी प्रकार संत को संसद भेजने की जरूरत है।इस पर विचार किया जाना चाहिए। फिर संघ के प्रति अपना जीवन समर्पित करने वाले व्यक्ति को देना चाहिए इसमें राजेश साहू गरियाबंद जिला के वर्तमान में पार्टी के जिलाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। एवम संघ के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूर्वक पूरी निष्ठा से पार्टी के लिए जीवन समर्पित कर रहे हैं वे पार्टी के अनेकों पद पर रह चुके हैं। पार्टी कार्यकर्ता एवं जनता से सीधा संपर्क में रहते है उन पर विचार किया जाना चाहिए। इसी प्रकार वरिष्ठ कार्यकर्ता को पार्टी के आलाकमान को ध्यान में रखते हुए महासमुंद लोकसभा टिकट के लिए नजरअंदाज कतई नहीं करना चाहिए जिससे पार्टी का मनोबल टूटे। एवम खबरों के माध्यम से व जन समुदायो के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है की महासमुंद से वर्तमान कुरूद विधानसभा विधायक अजय चंद्राकर को लोकसभा के टिकट वितरण की सुगबुगाहट सुनाई दे रहा है पर वास्तव में क्या विधायक सदस्य को विधायिकी पद से लोकसभा में उतारना ठीक होगा क्या भाजपा पार्टी में शीर्ष नेतृत्व को और कोई दमदार प्रत्याशी नजर नहीं आता जो एक ही व्यक्ति को विधानसभा और लोकसभा टिकट दिया जाना चाहिए। यदि यह स्थिति निर्मित होता है तो काफी निराशाजनक महौल रहेगा। इसी प्रकार दूसरी ओर प्रापर महासमुंद से पूर्व विधायक विमल चोपड़ा पार्टी से आस लगाए बैठे हैं लोकसभा प्रत्याशी के लिए, लेकिन पूरी जनसमुदाय नया चेहरा उम्मीदवार देखना चाहती हैं। महासमुंद लोकसभा चुनाव में भाजपा पार्टी को विमल चोपड़ा को निगम का अध्यक्ष बना दिया जाना चाहिए जिससे आम जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं को नया चेहरा उम्मीदवारी में किसी भी प्रकार कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

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