
हनीट्रैप में फंसाकर मोटी रकम वसूलने वाली किशोरी गिरफ्तार, पुलिस को मिले तीन एंड्रॉयड फोन
लखनऊ(गंगा प्रकाश)। यूपी के बरेली से पुलिस ने एक किशोरी को गिरफ्तार किया। ये लड़की हनी ट्रैप मामले में शामिल थी। पुलिस का कहना है कि इसके पास से तीन एंड्रॉयड फोन मिले हैं जिसकी इसके घर वालों को जानकारी नहीं थी।ज्ञात हो कि
बरेली में बेकरी कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाने की आरोपी किशोरी को किला पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बाल संप्रेक्षण गृह गाजियाबाद भेज दिया गया। आरोपी दरोगा, सिपाही और तीनों यूट्यूबर की गिरफ्तारी को टीमें लगी हैं। इस दौरान आरोपी किशोरी ने खुद को पत्रकार बताने वाले यूट्यूबर नावेद, आजाद और चांद अल्वी के कहने पर कारोबारी मुस्तकीम को फंसाने की बात कही।24 फरवरी को परसाखेड़ा के बेकरी कारोबारी मुस्तकीम को हनी ट्रैप गैंग ने अपने जाल में फंसा लिया था। उनसे सात लाख रुपये मांगे गए। ढाई लाख रुपये में डील भी हो गई लेकिन उसी वक्त किला इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह पहुंच गए तो आरोपी भाग निकले। इस मामले में पुलिस ने मुस्तकीम की तहरीर पर हनीट्रैप में फंसाने वाली बारादरी क्षेत्र निवासी 17 वर्षीय किशोरी, यूट्यूबर नावेद, आजाद, चांद अल्वी, किला चौकी इंचार्ज सौरभ कुमार और सिपाही कोलेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। किला चौकी इंचार्ज सौरभ कुमार और सिपाही कालेंद्र भी इस गैंग के साथ थे। रविवार को पुलिस ने आरोपी किशोरी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल संप्रेक्षण गृह गाजियाबाद भेज दिया गया।
पुलिस ने जब्त किया दरोगा का मोबाइल
आठ दिन से किला पुलिस हनी ट्रैप गैंग के आरोपियों की तलाश में लगी है। किशोरी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस तीनों यूट्यूबर, चौकी इंचार्ज सौरभ और सिपाही कोलेंद्र की तलाश में लगी है। सभी आरोपी घर से फरार हैं। दरोगा के घर से पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद किया है।
किशोरी के पास मिले तीन मोबाइल
हनी ट्रैप गैंग में शामिल किशोरी के पास तीन एंड्रायड फोन पुलिस को मिले। उनकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। किशोरी ने बताया कि वह मुकदमे में नामजद आरोपी नावेद के कहने पर मुस्तकीम से मिलने गई, तो उसे दो हजार रुपये दिए गए। कहा गया था, जैसे ही मुस्तकीम चंगुल में फंसेगा, तभी मोटी रकम मिलेगी। उस रकम को आपस में बांट लगेंगे। किशोरी के परिवार वालों को भी उसके पास तीन मोबाइल की जानकारी नहीं थी।
पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव
बेकरी कारोबारी मुस्तकीम और उनके परिवार पर दरोगा सौरभ कुमार व सिपाही कोलेंद्र समझौते का दबाव बना रहे हैं। उन लोगों का कहना है, उनको डराया धमकाया जा रहा है। दरोगा का परिवार कई अधिवक्ताओं को लेकर घर पहुंचा और उन्हें मुकदमे से बचाने के लिए शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया।इस्पेक्टर किला, हरेंद्र सिंह ने कहा कि हनी ट्रैप मामले में नामजद आरोपियों की तलाश में टीम लगा कर न्यायालय में पेश किया गया। वहां से किशोरी को बाल संप्रेक्षण गृह गाजियाबाद भेजा गया है।
पुलिस के संरक्षण में चल रहा था हनी ट्रैप का धंधा, कारोबारी को फंसाया, फिर ऐसे हुआ खुलासा
वन्ही दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में पुलिस संरक्षण में चल रहे एक हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में लोगों को अपने जाल में फंसाने वाली युवती, किला पुलिस चौकी प्रभारी, एक आरक्षी और तीन कथित पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बरेली जिले में धौरा टांडा निवासी कथित पत्रकार नावेद, लीची बाग निवासी चांद अल्वी और सीबीगंज निवासी गुलाम साबिर आजाद ने औद्योगिक क्षेत्र परसाखेड़ा में ब्रेकरी चलने वाले रामपुर जिला शहजाद नगर निवासी एक उद्यमी को फंसाया था, मगर वह उन्हें गच्चा देकर अफसर तक पहुंच गया। एसएसपी ने आरोपियों पर रविवार देर रात मुकदमा दर्ज करा दिया। साथ ही रैकेट में शामिल उप निरीक्षक पुलिस चौकी प्रभारी और एक आरक्षी को निलंबित कर दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि उप निरीक्षक किला पुलिस चौकी प्रभारी सौरभ कुमार, सिपाही कोलेंद्र सिंह थाना किला ने हनीट्रेप के मामले में पीड़ित की सहायता करने के बजाय अवैध रुप से की जाने वाली वसूली में शामिल हो गए। उन्होंने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर थाना किला में नावेद, आजाद, चांद अल्वी, सानिया, उप निरीक्षक सौरभ कुमार व आरक्षी कोलेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि रैकेट में शामिल दो पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पूरे मामले में विभागीय कार्रवाई भी कराई जाएगी।