
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। एक बार फिर राजिम विकासखंड गरियाबंद जिला की रेत खदानों में हो रहे मनमाने ढंग से अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर जिला खनिज विभाग द्वारा जानबुझकर मिली भगत के चलते कार्यवाही न होता देख व्यतीत महासमुंद के विधायक योगेश्वर सिन्हा ने चिंगरौद रेत खदान के बहाने फिंगेश्वर विकासखंड की हथखोज रेत खदान में हो रहे अवैध उत्खनन और महासमुंद के रास्ते किए जा रहे प्रतिदिन सैकड़ों हाईवा वाहनों पर शिकंजा कसने विधायक ने स्वयं चिंगरौद के रास्ते छापामार कार्यवाही कर वहां से परिवहन हेतु खड़ी वाहनों को रोककर माईनिंग एवं जिला प्रशासन को सूचित किया। इससे हथखोज खदान में किए जा रहे अवैध उत्खनन करने वालों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि हथखोज में जिस ठेकेदार ने रेत खदान लीज में ली है उसके अलावा दो स्थानों में अवैध रूप से बेताहा ढंग से अन्य रेत माफियाओं द्वारा उत्खनन किया जा रहा है। जिससे जहां वैध ठेकेदार को परेशानी हो रही है वही शासन को लाखों रूपयों के राजस्व की हानि पहुंच रही है। चिंगरौद रेत खदान जो महासमुंद जिले में आती है उसके बहाने हथखोज रेत खदान जो गरियाबंद जिले में आती है में मनमाने अवैध खनन कर महासमुंद तरफ से रेत हाईवा का परिवहन होने से महासमुंद विधायक सिन्हा के समक्ष ग्रामीणों ने शिकायत की कि चिंगरौद में मनमाने स्तर पर अवैध उत्खनन हो रहा है। इस शिकायत पर विधायक योगेश्वर सिन्हा स्वयं दल बल के साथ चिंगरौद रेत खदान पहुंचे तो देखा कि चिंगरौद से लगी हथखोज रेत खदान में तो एक-दो नहीं तीन-तीन जगह उत्खनन चल रहा है। और मनमाने की संख्या में हाईवा वाहन लगी हुई है। उन्हें अपने महासमुंद जिले के सीमा यानी चिंगरौद तरफ लगी वाहनों को रोककर तत्काल जिला प्रशासन को कार्यवाही करने संपर्क किया। श्री सिन्हा ने बताया कि हथखोज खदान से रेत भरने वाली हाईवा वाहनों राजिम तरफ से जावें। अगर हथखोज खदान में अवैध उत्खनन हो रहा है तो चिंगरौद की क्यों बदनामी हों। तथा वाहनें महासमुंद तरफ क्यों जावें। हथखोज में हो रहे मनमाने स्तर पर हो रहे अवैध उत्खनन की कार्यवाही गरियाबंद जिले के अधिकारियों को करनी चाहिए। इसके पूर्व भी हथखोज रेत खदान में हो रहे मनमाने तरीके से प्रतिदिन सैकड़ो हाईवा वाहनों में हो रहे परिवहन की कार्यवाही महासमुंद जिले के पुलिस द्वारा की गई थी। क्योंकि चिंगरौद के ग्रामीणों ने उस समय भी चिंगरौद में हो रहा उत्खनन की शिकायत महासमुंद में की थी और पुलिस ने 30 से ज्यादा हाईवा वाहनों पर कार्यवाही करने के नाम पर चिंगरौद-हथखोज से लेकर महासमुंद लेकर गए थे। परंतु फिर न जाने क्यों सभी 30 हाईवा को बिना कार्यवाही बनाते हुए छोड़ दिया गया। इससे अवैध उत्खनन करने वालों का हौसला बढ़ गया। और वे दिन दुना चार चौगुना अवैध उत्खनन करने लगे। फिर ग्रामीणों ने शिकायत की है तो महासमुंद विधायक स्वयं घटना स्थल पहुंचे और स्वयं देखा कि मनमाना उत्खनन और परिवहन हो रहा है। उन्होंने कुछ वाहनों को रोका भी परंतु अब तक इन अवैध उत्खनन पर किसी भी बड़ी कार्यवाही की जानकारी नहीं है। लगता है कि इस बार भी पूर्व की तरह मामला ले देकर निपटा दिया गया है। इन दिनों विकासखंड की रेत खदानों में ऐसा ही खेल खेला जा रहा है। पहले अवैध उत्खनन शुरू होता है। फिर ग्रामीण शिकायत करते है तो प्रारंभ में कुछ समय तक कार्यवाही करने में अधिकारी किंतु परंतु करते है जब शिकायतें बढ़ती है तो कार्यवाही का स्वांग रचा जाता है। फिर जब शिकायतें विधायक सांसद को की जाती है तो कार्यवाही तो बड़ी करते है। परंतु मामला सेट होकर फिर वही प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। यानी कुल मिलाकर अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन का कारोबार सारी परेशानी झेलने के बाद भी लगातार फल फुल रहा है।