प्रेमनगर में असाक्षरों को साक्षर बनाने प्रशिक्षण का आयोजन उल्लास के तहत इस कार्यक्रम का होगा आयोजन

सितेश सिरदार सूरजपुर (गंगा प्रकाश)। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 में शामिल सबके लिए शिक्षा “जन जन साक्षर” के तहत देश में उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम चलाई जा रही है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ में भी इस कार्यक्रम का आगाज एससीईआरटी के प्रशिक्षण से शुरुआत हुई। जिसके तहत सूरजपुर के विकास खंड प्रेमनगर में विकास खंड शिक्षा अधिकारी आलोक कुमार सिंह के पत्र के परिपालन में ग्राम प्रभारियों व सर्वेयरों के लिए महत्वपूर्ण प्रशिक्षण आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में विकास खंड परियोजना अधिकारी (बीपीओ) रमेश जायसवाल, जिला मास्टर ट्रेनर कृष्ण कुमार ध्रुव, ब्लॉक मास्टर ट्रेनर बालकरण सिंह, सुनील कुमार यादव, शिवानी पटेल व नमिता केरकेट्टा ने प्रशिक्षण दिया। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार के द्वारा एनईपी 2020 में सभी के लिए शिक्षा जोड़कर देश के उन असाक्षरों को साक्षर करने का महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाई जा रही है जो अक्षर ज्ञान व अंक ज्ञान से अनभिज्ञ हैं। इनको पूर्णतः साक्षर करने 2022 से 2027 तक कार्ययोजना तैयार की गई है। इस बार के कार्यक्रम में अक्षर ज्ञान के साथ ही साथ गणितीय ज्ञान व टेक्नोलॉजी के शिक्षा को विशेष जोड़ा गया है। इस कार्यक्रम से गैर साक्षरों के उच्च जीवन स्तर को जोड़कर देखा जा रहा है। इसके लिए प्रेमनगर प्रशिक्षण में ब्लॉक परियोजना अधिकारी रमेश जायसवाल ने कहा इस कार्यक्रम को पूरे ईमानदारी व लगन के साथ एक्शन मोड में करना है व ऑनलाइन एंट्री का कार्य भी करना है पूरे विकास खंड के सभी गैर साक्षरों का चिन्हांकित कर उनको उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम में जोड़ना है। जिला व ब्लॉक मास्टर ट्रेनर कृष्ण कुमार ध्रुव ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार का उद्देश्य देश में गैर साक्षरों के प्रतिशत को कम अथवा पूर्णतः कम करना है इसके लिये उल्लास- नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिसके लिए आने वाले 17 मार्च को राष्ट्र व्यापी महापरीक्षा अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मास्टर ट्रेनर सुनील कुमार यादव के द्वारा ग्राम प्रभारियों व सर्वेयरों को उल्लास एप्प के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस एप्प में गैर साक्षरों का कैसे एंट्री करना है और किन किन डॉक्युमेंट की आवश्यकता होती है। मास्टर ट्रेनर बालकरण सिंह के द्वारा बताया की गैर साक्षरों के सर्वे करने उनके घर जाकर उनकी लिस्टिंग करना है फिर उसे उल्लास एप्प के माध्यम से ऑनलाइन एंट्री करने है। आगे मास्टर ट्रेनर शिवानी पटेल के द्वारा इस कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा गैर साक्षरों को जागरूक कर उनको गणितीय ज्ञान व टेक्नोलॉजी से जोड़कर शिक्षा दी जानी है जिसके तहत उनको ऑनलाइन पेमेंट व साइबर क्राइम से बचाना है। मास्टर ट्रेनर नमिता केरकेट्टा ने कौन होगा वालेंटियर के कार्य के बारे में जानकारी दी और कहा कि एक वालेंटियर कम से कम 10 गैर साक्षरों को साक्षर करने क्लास लेंगे तत्पश्चात उनको राष्ट्र व्यापी महापरीक्षा में शामिल करना है। सभी ग्राम प्रभारी, सर्वेयरों के द्वारा प्रशिक्षण के पश्चात इस महत्वपूर्ण कार्य को ईमानदारी के साथ तय सीमा में पूर्ण करने की बात कही।

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