“हनी ट्रैप” में फसकर देते रहा था खुफिया जानकारी,आतंकवाद निरोधक दस्ते ने किया गिरफ्तार

रिपोर्ट:मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई(गंगा प्रकाश)। पाकिस्तान को कथित तौर पर भारत से संबंधित खुफिया जानकारी देने के आरोप में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 31 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम कल्पेश बाइकर है। उसके खिलाफ पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटरों (पीआईओ) को भारत के प्रतिबंधित क्षेत्रों की संवेदनशील जानकारी को कथित तौर पर लीक करने का आरोप लगा है। कल्पेश की गिरफ्तारी मझगांव डॉकयार्ड से हुई है। वह यहां स्ट्रक्चरल फैब्रिकेटर के पद पर काम करता है। एटीएस की नवी मुंबई यूनिट कल्पेश बाइकर और उसके कॉन्टेक्ट लिस्ट में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

हनी ट्रैप में फंसाकर हासिल करती थी जानकारी

एटीएस सूत्रों के अनुसार, रायगड जिले के अलीबाग में रहने वाले कल्पेश ने अलीबाग के आईटीआई कॉलेज में फिटर का कोर्स किया था। वह 2014 से भारतीय नौसेना के लिए युद्धपोतों, पनडुब्बियों और तटीय प्लेटफॉर्मों का निर्माण करने वाले मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के साथ जुड़ कर वहां फैब्रिकेटर के तौर पर काम कर रहा है। जांच में पाया गया कि नवंबर 2021 से मई 2023 तक वह फेसबुक और वॉट्सएप के जरिए कथित तौर पर कुछ पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में था। इनमें से एक महिला जासूस भी थी, जिससे कल्पेश कई महीनों तक सोशल मीडिया के जरिए बातचीत कर रहा था। वह उस कथित महिला जासूस के हर आदेशों का पालन करने लगा था। आरोप है कि देश की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील जगह पर काम करने वाले कल्पेश ने पैसे के बदले कई महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

हनी ट्रैप में पहले भी फंसे हैं कई लोग

महाराष्ट्र एटीएस ने पाकिस्तान स्थित इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के एक एजेंट के साथ भारत से संबंधित गोपनीय जानकारी साझा करने के आरोप में मझगांव डॉकयार्ड में काम करने वाले 23 वर्षीय गौरव पाटील को 23 दिसंबर, 2023 में गिरफ्तार किया था। उसने भी कथित तौर पर पैसे लेकर पाक जासूसों को भारत की संवेदनशील जानकारी मुहैया कराई थी। आरोपी गौरव पाटील डॉकयार्ड में अप्रेंटिस के तौर पर काम करता था। एटीएस ने उसे नवी मुंबई स्थित उसके आवास से हिरासत में लिया था। उसके फेसबुक पर मुक्ता महतो, पायल एंजेल और आरती शर्मा नामक पाक जासूस महिलाएं जुड़ी थीं, जो हनी ट्रैप में फंसा कर संवेदनशील जानकारियां मांगती थीं। इसके अलावा, हनी ट्रैप में फंसकर पाकिस्तानी एजेंसियों के लिए जासूसी करने के मामले में 30 जून को एटीएस की पुणे इकाई ने पुणे स्थित डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर (59) को भी पकड़ा था।

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