
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। इन दिनों नगर सहित पूरा ग्राम्यांचल 5, 10 एवं 20 के चिल्हर नोटों की कमी से जुझ रहा है। पूरे अंचल से चिल्हर नोट एकाएक गायब जैसा है। छोटे-बड़े सभी दुकानदारों से चिल्हर नोट की कमी के कारण ग्राहकों से बेवजह से जहां विवाद की स्थिति बन जाती है वहीं समझौते के चलते अथवा मन मारकार ग्रामीण को अतिरिक्त सामान लेने मजबूर होना पड़ रहा है। व्यापारियों ने बताया कि यहॉ पिछले 6-8 माह से 10-20 के नोट की कमी चली आ रही है। कुछ समय तक तो बाहर जगह में जैसे-तैसे चिल्हर नोट मंगाकर काम चलाया जा रहा था। परंतु गत 2 माह से ज्यादा हो गया 10 एवं 20 के नोट कहीं से नहीं मिल रहे है। लेनदेन में बहूत ज्यादा परेशानी हो रही है अंचलवासियों ने नगर में स्थित राष्ट्रीय कृत बैंको यूनियन बैंक एवं से चिल्हर नोटों की किल्लत के चलते तत्काल 10 एवं 20 के नोट उपलब्ध करवाने की गुजारिश की है। अंचल में काफी लंबे समय से 10 रू. के सिक्के चलन से बाहर हो गए है। ग्रामीणजन 10 के सिक्के बिलकुल भी नहीं होते है। चूंकि काफी दिनों से अचानक बिना कारण अफवाहों के चलते 10 का सिक्का से लेन देन बंद हो जाने से व्यापारी एवं ग्रामीण दोनों इसके चलन से आशंकित है। यही कारण है कि 10 रू. का सिक्का लोगों के पास डंप पड़ा है। इसका लेनदेन शुरू हो जावें तो चिल्हर की समस्या से कुछ राहत मिल सकती है। व्यापारी संघ फिंगेश्वर के अध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, संरक्षक महावीर यादव, बसंत गुप्ता, संतोष थदानी ने नगर के व्यापारियों एवं ग्राहकों ग्रामीणों से अपील की है। कि चिल्हर की समस्या अपनी बनाई हुई है। 1-2-5-10 एवं 20 के सिक्कों का धड़ल्ले से लेन देन करें। सरकार का कोई भी सिक्का चलन से बाहर अथवा नकली नहीं है। सिक्के के बारे में चल रही अफवाह के कारण रिजर्व बैंक ने भी लोगों से अपील की है कि कोई भी सिक्का चलन से बाहर नहीं है। इसके लेनदेन से कोई मना करता है तो वह कृत्य अपराध की श्रेणी में आएगा। अतः अंचल वासियों से अपील है कि 10 रू. के सिक्के सहित सभी प्रकार के सिक्के का लेन देन धड़ल्ले से करें। जिससे चिल्हर की चल रही समस्या से निजात मिल सके।