शिक्षा मानसिक वैज्ञानिक सामाजिक और आध्यात्मिक विकास को संवारती है

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। शासकीय प्राथमिक शाला बारूला में विदाई समारोह कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर पाँचवी के छात्र छात्राओ को विदाई दी गई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ शाला के शिक्षकों द्वारा मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित व श्रीफल फोड़कर किया गया। तत्पश्चात सभी शिक्षकों का स्वागत गुलाल लगाकर किया गया। वहीं छात्र छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं गीत प्रस्तुत किए गए इस अवसर पर संकुल प्राचार्य पूरन लाल साहू ने कहा कि विद्यार्थी एक पुष्प की तरह होते है, जिसे शिक्षक माली की तरह ज्ञान रूपी जल सिंचित कर पुष्पित एवं पल्लवित करता है शिक्षा मानसिक, वैज्ञानिक, सामाजिक और आध्यात्मिक विकास को संवारती है अतः शिक्षा जीवन भर चलने वाली एक सतत प्रक्रिया है आप सभी सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए वार्षिक परीक्षा की तैयारी में जुट जाने की बात कही लता धु्रव प्रधान अध्यापिका ने कहा कि जीवन में संस्कार का बहुत महत्व है संस्कार विहीन मनुष्य पशु के समान होता है आप सभी अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर घर, परिवार एवं शाला का नाम रोशन करें कमलकांत सेन ने कहा कि परिश्रम सफलता की कुंजी है सकारात्मक सोंच मनुष्य को उन्नति के शिखर पर ले जाता है आप सभी माता, पिता और गुरु का सम्मान करना न भूलें कार्यक्रम का संचालन करते हुए हीरामन साहू शिक्षक ने कहा कि विद्या वह धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता इसे जितना खर्च करोगे उतना ही बढ़ता है इस अवसर पर चौथी के छात्र छात्राओं द्वारा पाँचवी के छात्र छात्राओं को उपहार दिया गया वहीं पाँचवी के विद्यार्थियों द्वारा शाला को उपहार भेंट किए कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों को खीर बड़ा पूड़ी वितरण किया गया इस अवसर पर संकुल प्राचार्य पूरन लाल साहू, प्रधान अध्यापिका लता धु्रव, शिक्षक मोती धु्रव, हीरामन साहू, कमलकांत सेन व छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

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