
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। नगर में बबली-दीपक तिवारी परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का समापन तुलसी वर्षा, हवन एवं पूर्णाहूति के साथ समाप्त हुआ। अंतिम दिन हजारों की संख्या में उपस्थित भक्तजनों को संबोधित करते हुए ख्यातिनाम कथानायक पं. भागीरथी तिवारी ने कहा कि जो आपके कठिन समय एवं दुखों में काम आये ऐसे व्यक्तियों को कभी नहीं भूलना चाहिए और यदि जीवन में कठिनाईयों का सामना हो तो उसे भगवान का प्रसाद मानकर धारण करना चाहिए। सुख और दुख कर्मो का फल है जो समयानुसार सबको प्राप्त होता है। कथा के अंतिम दिवस पर सभी को भागवत भक्ति में मन लगाने प्रेरित करतं हुए भगवताचार्य भागीरथी तिवारी ने अपने बड़प्पन पूर्ण बातों से कहा कि किसी तरह की असुविधा व तकलीफ के लिए मुझे अपने से छोटा समझकर क्षमा करना पंडित के भावपूर्ण उद्बोधन से हजारों की संख्या में उपस्थित भक्त उनका जयकारा लगाने लगे व अंतिम दिवस भक्तिमय माहौल में महाराज जी ने आनंद से भरे अपने गीतों के माध्यम से दिया वही भक्तजन थिरकने को मजबूर हो गये। इस अवसर पर भागवत कथा में पूरे सातों दिन तक अपनी संगीतमय प्रस्तुति से कथा में रस भरने वाले सदस्यों, मंच व्यवस्था, पंडाल व्यवस्था, सातों दिन तक भोजन प्रसादी व्यवस्था को सुचारू ढंग से करने वालों, पूरी कथा के दौरान प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग करने वालों, मिडिया के सदस्यों जिनके सहयोग से भागवत आयोजक में चार चांद लगे साथियों का स्वागत एवं आभार भागवत संचालक परिवार के दीपक तिवारी एवं भगवताचार्य पं. भागीरथी तिवारी द्वारा किया गया।