
1 वर्ष से कर रहे हैं वकालत, सामाजिक संगठन के हैं उत्तराधिकारी, षड्यंत्र के तहत जिला बदर करने साजिश तो नहीं..?
श्री मिरी ने कहा जल,जंगल,जमीन,प्रदूषण, रोजगार संबंधित अन्य मामले पर अनदेखा और जाति धर्म के नाम पर स्थानीय निवासियों को वोट बैंक बनाना बर्दास्त नही..

रिपोर्ट/ जावेद अली आजाद
कोरबा(गंगा प्रकाश)। लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में अन्य राजनीतिक पार्टियों को अपने जीत हार का डर सताते हुए उन्हें अपने दिन रात का चैन गवा चुके हैं। अन्य प्रांतों के द्वारा अन्य प्रांतों से 500 कार्यकर्ता लाकर अपने टीम के साथ चुनाव प्रचार प्रसार करने में लगे हुए हैं। दूसरी ओर जिला कोरबा अधिवक्ता सदस्य व छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की डबल कोंबो इंजन वाली पार्टी जोहार छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता दिलीप मिरी व अन्य पार्टियों के 10 व्यक्तियों ने लोकसभा चुनाव नामांकन आज भरा गया है। इसी बीच दिलीप मिरी मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए कहा कि पिछले 1 साल से वे जिला कोरबा अधिवक्ता संघ के सदस्य हैं और पिछले 1 वर्ष से कोरबा जिले में रैगुलर वकालत करते हुए आम जनता को सेवा दे रहे हैं। परंतु ऐसी क्या स्थिति आ गई कि प्रशासनिक अमले में बैठे जिला कोरबा के पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारीयों ने झूठा,बुनियादी और अनर्गल अन्यथा बिना दोष सिद्ध किए हुए आरोप लगाकर छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत श्री मिरी के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। मिरी ने कहा कि बिना दोष सिद्ध किए बिना ही कार्यवाही की जा रही है इसका जवाब पुलिस अधीक्षक को देना पड़ेगा और उन्हें बताना पड़ेगा की किसके दबाव में आखिर अनलीगल कार्रवाई की जा रही है। इससे पूर्व विधानसभा चुनाव में मेरे विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। परंतु लोकसभा चुनाव प्रत्याशी के रूप में खड़े होने पर षडयंत्र पूर्वक मुझे कोरबा से बेदखल करने की रणनीति अपनाई जा रही है। श्री मिरी ने अन्य प्रांत के अन्य पार्टियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला कोरबा लोकसभा चुनाव होनी है, हारने का डर कहीं ना कहीं सफेद नकाबपोषों के नेताओं को डर सता रही है जिसके ऐवज में फर्जी कार्रवाई करने की दबाव बनवाई जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि जिला कोरबा कलेक्टर के द्वारा मेरे विरुद्ध जिला बदर नोटिस जारी किया गया है जिस संबंध में विधि पूर्वक, बिंदुवार और वैधानिक तरीके से जवाब दिया जाएगा। दूसरी ओर उन्होंने कहा कि कोरबा अधिवक्ता संघ और छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना टीम लिगलीय तौर पर हर कदम पर उनके साथ है। कोरबा अधिवक्ता संघ और छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की टीम ने श्री मिरी के ऊपर हो रहे फर्जी कार्यवाही को लेकर अन्याय नहीं होने देने का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि जल,जंगल, जमीन और मैदानीय स्तर पर आम जनताओं के हक की लड़ाई दशकों से लड़ते आ रहे हैं। प्रदूषण, रोजगार,भ्रष्टाचार आज की स्थिति में गंभीर और घातक विषय बनी हुई है। मुख्यतः जिला कोरबा प्रदूषण की मार झेल रही है, यहां के स्थाई निवासी गंभीर बीमारियों तथा जिंदगी और मौत के बीच लगातार जूझ रहे हैं। दूसरी ओर चूंकि केंद्रीय एसईसीएल कंपनी जिला कोरबा में कार्यरत है बड़े-बड़े कोयला खदानों में कार्यरत कंपनी के द्वारा लगातार भू विस्थापितों की जमीनों को हड़प कर उन्हें समय पर रोजगार, बसाहट और मुआवजा नहीं देती। वर्षों तथा दशकों से कार्यालय के चक्कर लगवाए जाते हैं। केंद्रीय उपक्रम और कोयला खदानों में कार्यरत कर्मचारियों को एचपीसी दर से मासिक पेमेंट भुगतान नहीं करते तथा स्थानीय निवासियों को रोजगार भी नहीं देते ऐसी बहुत सारी अन्य गंभीर विषय है। इन तमाम गंभीर समस्याओं वाली बातों को लोकसभा में रखी जाएगी।
चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं सतनामी समाज से हूं। समूचे छत्तीसगढ़ राज्य में भगवान राम को भांजा का दर्जा दिया गया है वो हमारे भांजा है। मैं सतनामी समाज से जुड़ा हूं । हमारा क्षेत्र जो है वो रामनवमी समाज का क्षेत्र है। अपने शरीर के एक-एक अंग में यहां के स्थाई निवासी राम-राम का गोदना गोदवाते हैं। यह जो अन्य प्रांत के बाहरी व्यक्ति हैं यह हमें यह न सिखाए कि हमें भगवान राम की कैसी सेवा करनी है..? वह हमारे भांजा हैं और हम लगातार उनकी सेवा करते रहेंगे। बाहर से आकर जो धर्म की राजनीति कर रहे हैं, और यहां के स्थाई निवासियों के साथ धर्म की आड़ में राजनीति करने वाले तथा वोट बैंक बनाने का कार्य कर रहे हैं वह तत्काल इस कार्य बंद कर दें। जिसे छत्तीसगढ़ राज्य के तमाम स्थाई व मूलनिवासी और आम जनता बर्दाश्त नहीं करेंगे।