
गोलू कैवर्त संभाग प्रमुख बलौदाबाजार(गंगा प्रकाश)।लवन तहसील से करीब 15 किलोमीटर दूर शिवनाथ, महानदी ,जोंक नदी त्रिवेणी संगम पर बसा ग्राम पंचायत चंगोरी है।जहां विगत कुछ दिनों से स्वीकृति क्षेत्र के बाहर रेत की अवैध खनन एवं परिवहन जोरों पर है।इसके चलते राज्य सरकार को करोड़ों की चपत लगना अभी से शुरू हो गया है।रेत माफिया बड़ी चालाकी से गॉव के भोले भाले ग्रामीणों एवं सरपंच को सांठगांठ करके इस गोरखधंधे में भागीदारी बनाने की जानकारी सूत्रों से मिला है।शाम6बजे के बाद एवं सुबह6बजे से पहले रेत खनन का नियम नहीं है उसके बावजूद यंहा के रेत माफिया खनन एवं परिवहन करवा रहे हैं।इसके अलावा लोडिंग गाड़ियों को पिटपास नहीं काटने की शिकायत भी मीडिया को मिल रहा है।स्वीकृति चंगोरी रेत घाट के लिए जेसीबी मशीन का प्रयोग नहीं किये जाने की नियम प्रशासन स्तर पर है उसके बावजूद मजदूरों के बजाय 3से 4 जेसीबी मशीन से अंधाधुंध रेत की अवैध खनन स्वीकृति हेक्टेयर से बाहर राज्य सरकार को रेत माफिया चुना लगा रहे हैं।ज्ञात हो कि चंगोरी पैसर देवरघटा ग्राम पंचायत को जोड़ने वाली कम भार क्षमता वाली ओवर ब्रिज भी बदहाली की तरफ जा रहा है।इसी प्रकार लगातार ओवर लोडिंग गाड़ियां चलती रही तो ग्रामीणों के लम्बी संघर्ष के बाद बनी पुल भी कुछ दिनों में क्षतिग्रस्त हो कर गिर सकती है, जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी रेत माफिया लेने को तैयार नहीं होंगे क्योंकि उनको तो केवल मुनाफे से मतलब है।ग्रामीण समस्या से उनको कोई लेना देना नहीं है कि बात ग्रामीणों ने मीडिया कर्मियों को फोन से सूचना देकर लगातार बताते आ रहे हैं।इस मामले पर कलेक्टर के एल चौहान ने पत्रकार गोलू कैवर्त के चर्चा करने पर बताया कि सोमवार को खनिज इंस्पेक्टर को कार्रवाई के लिए भेजता हूँ।वहीं इस मामले पर सचिव लक्ष्मी नारायण पटेल ने बताया कि कार्रवाई के लिए खनिज विभाग को लिखित शिकायत देते हैं।वहीं सरपंच प्रतिनिधि धन साय कैवर्त ने बताया कि अवैध खनन नहीं हो रहा है, किसी ने झूठी शिकायत किये होंगे।वहीं ग्रामीण शिव कुमार कैवर्त ने बताया कि रेत का खनन देर रात हो रहा है।