
शरीर एवं विचार को पवित्र करने भोजन में शुद्धता जरुरी- मनहरण पटेल
छुरा(गंगा प्रकाश)। बेटियां यदि संस्कारित हो तो समाज संस्कार वान बनता है ऐसा ही पहल शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खुड़ियाडीह में विगत चार सत्रों से किया जा रहा है विद्यालय के शिक्षक मनहरण पटेल चार वर्ष पूर्व से ही आदिवासी विकासखंड के इस शाला में योग के साथ साथ शाकाहार पर भी विद्यार्थियों को प्रेरित कर रहे हैं जिसके तहत इस सत्र 2023-24 में कक्षा आठवीं में अध्यनरत कुल 21 बच्चों में से 10 बच्चों ने शाकाहार अपनाया जिसमें कुमारी संजना नागेश, संतोषी नागेश, करिश्मा नागेश, संगीता नागेश ,दामिनी विशाल, चित्रारेखा, नेहा नागेश, ज्योति नागेश, नेश्वरी एवं परमेश्वर है उनको शाकाहारी भोजन अपनाने पर धार्मिक ग्रंथ एवं नगद राशि देकर शिक्षक पटेल द्वारा सम्मानित किया गया उनका मानना है कि विद्यालय में बच्चों को सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान की शिक्षा ही नहीं दी जानी चाहिए बल्कि उन्हें नैतिक शिक्षा एवं जीवन जीने की कला भी सीखायी जानी है आहार शास्त्रकारो एवं महापुरुषों का मानना है कि शरीर एवं विचार को पवित्र करने से पहले हमारे भोजन में पवित्रता एवं शुद्धता होनी चाहिए| कहा भी जाता है जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन,|जैसे पीयोगे पानी, वैसी होगी वानी हमारे भोजन का प्रभाव पूर्ण रूपेण शरीर पर पड़ता है इस लिए हमारा आहार सात्विक होना चाहिए तामसी भोजन व मांसाहार से तामसी गुणों का विकास होता है हमारे लिए शाकाहारी भोजन ही श्रेयष्कर है इससे पूर्व भी पटेल के सात्विक विचार एवं नैतिक शिक्षा से प्रभावित होकर सत्र 2019-20 में कु प्रीति ध्रुव, 2020-21में कु अन्नु नेताम, 2021-22 में कु हेमलता, कु बबिता नागेश ने शाकाहार अपनाया उन्हें भी शिक्षक पटेल द्वारा धार्मिक ग्रंथो एवं नगद राशि देकर सम्मानित किया गया था यह सम्मान शिक्षक द्वारा कक्षा छठवीं से आठवीं तक शाकाहार अपनाने वाले बच्चों को प्रतिवर्ष कक्षा आठवीं उत्तीर्ण होने पर दी जाती है इस कार्यक्रम में प्रमुख रुप से राम रतन नागेश अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति, ग्राम पटेल दाउ लाल नागेश, गदाराम विशाल, शिक्षकगण हुलेश कुमार साहू, श्रीमती लुनेश्वरी दीवान, तेजराम साहू् शरीफ मोहम्मद कुरैशी प्रधानपाठक प्राथमिक, सरफुद्दीन साहिल आदि उपस्थित सभी सदस्यों ने शाकाहार अपनाने वाले बच्चों को जीवन पर्यंत यह व्रत निभाने की सीख दी एवं शिक्षक के इस पहल की सराहना की है |