खबर का हुआ असर : आदिवासी 65 वर्षीय विधवा महिला से मुलाकात की प्रशासन

गरीबों तक नहीं पहुंच रहीं सरकार की योजनाएं, घने जंगल में ऐसे जिंदगी गुजारने काे मजबूर महिला

जंगलों पहाड़ों के बीच में रहती है 65 वर्षीय आदीवासी महिला,  अपने बेटे बहु नातियों के साथ जंगली हाथी भालू के शिकार हो सकती है ये परिवार

गरीबों तक नहीं पहुंच रहीं सरकार की योजनाएं, घने जंगल में ऐसे जिंदगी गुजारने काे मजबूर महिला

छुरा (गंगा प्रकाश)। आपको बता दे कि बीते सोमवार को गंगा प्रकाश की टीम ने टेंवारी मंदिर के पास बसे आदिवासी विधवा महिला धुरवा बाई से मुलाकात कर आप बीती जानकारी लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी जिससे प्रशासन में हड़कम मच गया। दुसरे दिन मंगलवार को कलेक्टर दीपक अग्रवाल के दिशा निर्देश पर छुरा तहसीलदार सुश्री सतरूपा साहु, जनपद सीईओ रूप सिंह ध्रुव, अकलवारा पंचायत सचिव धनेश साहु ने स्थल की मुआयना किए। जिसमें शासन की योजनाओं के विषय में चर्चा हुई। जनपद पंचायत सीईओ श्री ध्रुव का कहना है कि घूरवा बाई ध्रुव के नाम से राशन कार्ड जारी हुए हैं और उन्हें राशन भी मिल रहे हैं अभी जहां पर झोपड़ी बना कर निवासरत कर रही है उस जगह पर उनके कृषि भूमि हैं वह क्षेत्र सोरिद पंचायत में आता है। आगे सीईओ श्री ध्रुव ने बताया कि धूरवा बाई गांव के बाहर रहने का यह कारण कि वह अपने परिवार के साथ अन्यत्र जगह निवास कर रहे थे साथ ही अकलवारा के आश्रित ग्राम फिंगेश्वरी धूरवा बाई के मायके भी है। अकलवारा और सोरिद पंचायत के मध्य जगह में निवासरत होने के कारण दोनों पंचायतों को पत्र लिखकर ढाई डिशमिल जमीन की मांग की है। ताकि उनका आबंटन कर गांव के आसपास व्यवस्थित किया जा सके। ध्रुरवा बाई के दो नाती है एक पहले से हॉस्टल में पढ़ाई कर रहे हैं दुसरे बच्चे के लिए भी व्यस्थित की जायेगी। इन परिवार को पेय जल के लिए टेवारी के पास हैंड पंप लगा हैं वहां पानी उपयोग किए जायेंगे। बहुत जल्द इन परिवारों के लिए व्यवस्थित करने के लिए प्रशासन कार्यवाही कर रही है।

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