
मुंगेली । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रति वर्षानुसार लगाए जाने वाले प्रशिक्षण वर्गों की श्रृंखला में इस वर्ष छत्तीसगढ़ प्रांत के सरस्वती शिशु मंदिर मुंगेली में संघ शिक्षा वर्ग (विशेष) मुंगेली में आयोजित है। जिसका शुभारंभ दिनांक 23 मई को हुआ है इस वर्ग में संपूर्ण छत्तीसगढ़ प्रांत से 147 शिक्षार्थी प्रशिक्षण हेतु आये हैं।
समाज को संगठित करने व्यक्तित्व विकास एवं शाखा कार्य करने की क्षमता अर्जित करने के लिए संघ शिक्षा वर्ग में 15 दिनों के कठोर शारीरिक ,मानसिक व बौद्धिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। प्रतिदिन प्रात 4:30 बजे से 10:15 रात्रि तक प्रत्येक स्वयंसेवक निर्धारित दिनचर्या का पालन करते हुए समय पालन,अनुशासन,समाज के प्रति अपनत्व का भाव को अपने आचरण में आत्मसात करेंगे।
प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में माननीय अभय राम जी प्रांत प्रचारक ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ कार्य करने जो ईश्वर द्वारा नियोजित है वही वर्ग में आ पाता है। किसी भी कार्य में कुशलता के लिए प्रशिक्षण आवश्यक होता है। देश,समाज, परिवार को ठीक प्रकार से चलाने के लिए किसी न किसी स्थान पर प्रशिक्षण प्राप्त करना पड़ता है। सामान्य नागरिक से राष्ट्रीय आदमी बनाने के लिए संघ का प्रशिक्षण होता है। राष्ट्र और समाज तभी आगे बढ़ता है जब देश में गुणों से युक्त लोग रहेंगे। ऐसे गुण निर्माण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ करता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी का उदाहरण देते हुए कहा कि “मुझे 100 संस्कारों से युक्त व्यक्ति मिल जाए तो मैं भारत की तस्वीर बदल सकता हूं।”और अंत में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के उदाहरण में कहा कि संस्कारी व्यक्ति राष्ट्र का चित्र बदल सकता है।