उच्चाधिकारियों के नाम पर रोजगार सहायक ने की गाँव में अवैध उगाही ग्रामीणो ने की गरियाबंद कलेक्टर से जाँच की मांग

छुरा/पाण्डुका(गंगा प्रकाश)। गरियाबंद जिले के चर्चित ग्राम पंचायत मुरमुरा जो कि पूरे क्षेत्र में सरपंच के भ्रष्ट्राचार के कारनामों से वैसे ही समाचार पत्रों में छाये रहता है अब उसके मातहत कर्मी भी उसी के नक्शे कदम पर चलते हुए गाँव की प्रसिद्धि को और आगे बढ़ाने में लगे है। गाँव में कार्यरत रोजगार सहायक की कार्यप्रणाली को लेकर गरियाबंद कलेक्टर में लिखित शिकायत हुई है जिसमें कि पशुशेड निर्माण के समय जियों ट्रेंकिग नही हो रहा है जिसके एवज में उच्चाधिकारियों को पैसा देना होगा यह बोलकर 3000 रूपये ग्रामीणों से शेड वाइस वसूली की गई है।

इसी रोजगार सहायक के विरूद्ध एक अन्य शिकायत पत्र में मनरेगा कार्य अंतर्गत झरझरा मंदिर नया तालाब मजदूरी भुगतान में भेदभाव किये जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर गरियाबंद से मस्टर रोल की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को दंडित किये जाने की मांग की गई है। अपने शिकायत पत्र में ग्रामीणो ने लिखा है कि उक्त रोजगार सहायक द्वारा अपने परिवार के लोगों को भुगतान राशि गारंटी के तहत भरा गया है एवं अन्य ग्रामीणों का भुगतान दर कम से भरा गया है। जिसकी जांच की मांग की गई है। कलेक्टर गरियाबंद को की गई शिकायत में ग्रामीणों ने गाँव के पुराने तालाब में नियम विरूद्ध पचरी निर्माण में भारी अनियमितता किये जाने का आरोप लगाते हुए सरपंच और सचिव के साथ-साथ विभागीय इंजीनियर और रोजगार सहायक को उक्त मटेरियल वर्क में रोजगार गारंटी नियमों की धज्जियां उडाने वाला बताया है। उक्त सभी प्रकरणों की जांच की मांग ग्रामीणों ने अपनी लिखित शिकायत में कलेक्टर गरियाबंद से की है।

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