योग, स्काउटिंग, गायन, वादन, मृदाकला, क्राफ्ट, पायनियरिंग, आधुनिक तकनीकी ज्ञान से परिचित हुए विद्यार्थी

आदर्श विद्यालय में हुआ समर कैम्प का आयोजन

छुरा (गंगा प्रकाश)। आदर्श पूर्व माध्यमिक शाला छुरा में समर कैंप अंतर्गत विविध गतिविधियां आयोजित हुई। शारीरिक, मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाने हेतु संकुल समन्वयक एवं एससीईआरटी के राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर शंकर लाल यदु द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ उद्गित प्राणायाम कराया गया। पश्चात नाड़ीशोधन हेतु अनुलोम विलोम, स्मृति विकासक भ्रामरी प्राणायाम सिखाते हुए उनके लाभ से अवगत कराया। भीषण गर्मी से अपने शरीर को नियंत्रण में रखने एवं पानी की कमी को प्रकृति से पूरा करने हेतु शीतली और शीतकारी प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। लंबाई बढ़ाने, बलवृद्धि, शक्ति विकासक ताड़ासन, वृक्षासन, ध्रुवासन, तिर्यक ताड़ासन, कटि चक्रासन, सर्वांगासन आदि आसन, बंध, मुद्रा एवं प्राणायाम सिखाया गया। बच्चों के व्यावसायिक दक्षता को विकसित करने हेतु शाला प्रबंधन एवं विकास समिति उपाध्यक्ष गायत्री चक्रधारी द्वारा मृदा शिल्प कला सिखाया गया। इस हेतु उपयुक्त मृदा चयन करना, उसकी गुथाई, आवश्यक सामग्री का मिश्रण एवं उनके बनाने, पकाने की समय अवधि को बारीकी से समझाई। चक्रधारी ने मिट्टी के खिलौने, मिट्टी के चूल्हा, सिगड़ी, कड़ाही, कुकर, कनोजी, पानी को ठंडा रखने हेतु पात्र मटका और सुराही, बच्चों के पैसा एकत्र करने हेतु हाथी, घोड़ा, मोटू-पतलू की आकृति में गुल्लक, गुड्डा गुड्डी आदि बनाना सिखाया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक, विज्ञान के अनुभवी एवं विशेषज्ञ मुरारी राम देवांगन ने मिट्टी के बर्तन में भोजन बनाने एवं उपयोग के वैज्ञानिक फायदों से विद्यार्थियों को अवगत कराया।उन्होंने कहा कि मिट्टी के बर्तन में बने भोजन को ग्रहण करने से भोजन की पौष्टिकता बनी रहती है। उत्तम स्वास्थ्य हेतु यह सर्वोत्तम पात्र हैं और प्रकृति से जुड़ाव का एक अलग तरह का आनंद देता है। देवांगन ने पलाश के पत्तों से बने पात्र एवं अन्य प्राकृतिक वस्तुओं के बारे में भी गहरी जानकारी साझा किया। आम के बने तोरन की भी वैज्ञानिकता से अवगत कराया। प्रधानपाठक निर्भय सिंह ठाकुर ने छिंद के पत्तों से झालर, झूमर, सजावटी वस्तु बनाना सिखाया। पलाश, सरई, सिलयारी, केला पत्ता, महुआ पत्ता आदि से दोना पत्तल बनाना सिखाया।शिक्षक तरुण कुमार साहू ने बच्चों को तकनीकी ज्ञान से जोड़ते हुए कंप्यूटर की बुनियादी शिक्षा से अवगत कराया। बच्चों को पाठ्य पुस्तक पर आधारित क्यू आर कोड से कंप्यूटर और प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करना सिखाया। समर कैंप की रोचकता को देखते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जानकी निषाद भी अपने बच्चों के साथ विविध गतिविधियों का लाभ लिया। जानकी निषाद ने भी पेपर कटिंग से सजावटी सामग्री बनाना सिखाया। शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा ने पेपर वर्क द्वारा सिलाई, कढ़ाई की जानकारी दिए शर्मा। फर्मा काटकर आकर्षक डिजाइनिंग भी सिखाया। दैनिक जीवन में काम आने वाले काष्ठकृति, प्लंबर के कार्यों से भी अवगत कराया गया। सिन्हा ने स्काउटिंग के गुर भी सिखाया। शिविर में स्टाफ पीलीबाई, बाल संसद की प्रधानमंत्री तेजस्वी, शिक्षा मंत्री डिंपल, गीतांजलि, रुक्मणी गुंजन, योगिता, पद्मिनी, आकांक्षा, स्पर्श, हर्ष, वैशाली, भावना, रूपेश्वरी, मोनिका, रूचि, फाल्गुनी, नीलकमल, कन्हैया, पुरान आदि सम्मिलित हुए।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *