हनी ट्रैप गैंग के फंसाने पर बदनामी और जेल जाने के डर से युवक ने किया आत्म हत्या

रिपोर्ट:मनोज सिंह ठाकुर
बरेली(गंगा प्रकाश)।
एक युवक हनीट्रैप गिरोह का शिकार हो गया। इसके चलते उसने मंगलवार को नशीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। अनजान फोन नंबर से आयी वीडियो कॉल पर युवक ने कॉल उठाई और तब देखा कि एक महिला वीडियों कॉलिंग में अश्लीलता कर रही है।ज्ञात हो कि एक युवक हनीट्रैप गिरोह का शिकार हो गया। इसके चलते उसने मंगलवार को नशीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। अनजान फोन नंबर से आयी वीडियो कॉल पर युवक ने कॉल उठाई और तब देखा कि एक महिला वीडियों कॉलिंग में अश्लीलता कर रही है। इसकी वीडियो क्लिप बनाकर युवक को भेजी और धमकाते हुए रुपये मांगे। हनीट्रैप गिरोह उसे कॉल कर बार-बार परेशान कर रहा था। वीडियो क्लिप से ब्लैकमेल कर कानूनी कार्रवाई की धमकी दे रहा था। अवसाद में आकर उसने आत्महत्या कर ली।

खेतीबाड़ी के साथ-साथ करता था प्राइवेट जॉब

हनी ट्रैप गिरोह के हाथों ब्लैकमेलिंग के कई मामले सुने होंगे लेकिन, इंटरनेट मीडिया से चल रहा गंदा खेल इस बार जानलेवा साबित हुआ। यह घटना सीबीगंज के एक गांव में हुई। यहां रहने वाला युवक जो खेतीबाड़ी के साथ-साथ प्राइवेट जॉब भी करते था। गांव वालों के मुताबिक, एक महीने पहले शादी हुई, तब से परिवार में खुशियां बढ़ गईं थीं। मंगलवार रात अचानक न जाने क्या हुआ कि किसान के बेटे ने नशीला पदार्थ खा लिया। उन्हें भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, वहां बुधवार को मृत्यु हो गई। परिजन समझ नहीं पा रहे थे कि बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया।

दोस्त से कुछ राज सामने आए

इस बीच एक दोस्त से कुछ राज सामने आए। बातचीत में पता चला कि दो दिन पहले युवक के पास अनजान नंबर से वीडियो काल आई थी। उसे रिसीव करते ही सामने महिला दिखी, जोकि अश्लीलता करने लगी। यह देखकर वह हड़बड़ी में दूसरे कमरे में गए तो महिला ने बाथरूम में जाने का दबाव बनाया। निर्वस्त्र होने के लिए कहा गया। कुछ मिनट का घटनाक्रम था, इस बीच उन्होंने वीडियो कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। कुछ देर बाद एक फोन आया कि तुमने महिला से अश्लीलता की है। साक्ष्य के तौर पर उन्हें वाट्सएप पर वीडियो क्लिप भेजी गई। उन्हें धमकाया गया कि यदि कानूनी कार्रवाई से बचना चाहते हो तो रुपये देने होंगे। वह फोन करने वालों से जान छुड़ाना चाह रहे थे। इसलिए फोन काल काट दी मगर, गिरोह पीछे लग चुका था। वह उसके शिकार हो चुके थे।

पुलिस का निशान लगी डीपी वाले नंबर से आई थी वाट्सएप कॉल

दोस्त ने बताया कि उन्हें कई बार फोन किया गया। इस बीच पुलिस का निशान लगी डीपी वाले नंबर से वाट्सएप कॉल आई, बात करने वाले ने कानूनी कार्रवाई का डर दिखाया। उसके बाद से वह सहम गए। उन्हें आभास नहीं था कि हनीट्रैप गिरोह के चंगुल में फंस चुके हैं। तनाव-अवसाद के बीच उन्हें कोई रास्ता न सूझा तो आत्मघाती कदम उठा लिया। निजी मेडिकल कालेज में डाक्टर ने युवक के पिता से कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि पता नहीं अचानक क्या हो गया। पुलिस के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मृत्यु की पुष्टि हुई है। युवक के परिजनों ने थाने में शिकायत नहीं की है। शिकायत करने पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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