
मुंगेली । डॉ. भीमराव अम्बेडकर शिक्षण संस्थान छत्तीसगढ़ द्वारा आवासीय विद्यालय परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें संस्था के पदाधिकारी एवं सदस्यगण, शिक्षक-शिक्षिका तथा कोचिंग के छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने गांव घर से पानी, खाद एवं मिट्टी साथ लाये। पानी को एक बाल्टी में तथा खाद एवं मिट्टी को एक धमेला में एकत्रित किया गया। सभी उपस्थितजनों द्वारा एकत्रित किये गये जल तथा खाद में हाथ लगाकर महापंचामृत तथा महाखाद बनाया गया उसके बाद वृक्ष के चारो तरफ सभी ने साफ-सफाई, खुदाई कर महाखाद डालकर महापंचामृत सींचा गया। तत्पश्चात् सभी ने वृक्ष के चारों तरफ सुरक्षा कवच के रूप में हाथ से हाथ जोड़ गोलाकार खड़े होकर पर्यावरण संरक्षण के संबंध में” पर्यावरण को बचाना है-हम सबकी जिम्मेदारी है। पर्यावरण है तो हम हैं। वन है तो जीवन है” के नारे लगाये गये। तत्पश्चात विद्यालय के कक्षा छठवीं से नवमीं तक के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रोजेक्ट के रूप में कपड़े के थैले में संग्रहित किये गये विभिन्न प्रकार के बीजों को रोपे गये। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र पैकरा उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थाध्यक्ष राजेन्द्र दिवाकर ने किया एवं विशिष्ट अतिथि के रूप खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.पी. कौशिक एवं संस्था के व्यवस्थापक एच. आर. भास्कर उपस्थित रहे। सर्व प्रथम अतिथियों का स्वागत चंदन, शाल, श्रीफल एवं बुके भेंटकर किया गया। संस्थान द्वारा दिये जा रहे निःशुल्क कोचिंग के सहयोग एवं मार्गदर्शन से नीट परीक्षा में सफल छात्र मुकेश कुमार साहू का उपस्थित अतिथियों ने शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि डॉ. देवेन्द्र पैकरा ने कोचिंग के छात्रों को विश्व पर्यावरण के अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लेना चाहिए वास्तविक रूप में समाज के लिए आप एक बीज के रूप प्रस्फुटित हो रहे हैं हम सबका दायित्व है कि आप सभी को सपोर्ट एवं पर्यावरण की तरह संरक्षण करें। सफलता के लिए आत्मविश्वास, धैर्य एवं खुद के प्रति ईमानदार होना जरूरी है डाक्टर का काम केवल ईलाज करना नहीं होता बल्कि मानव सेवा मुख्य उद्देश्य है। संस्थान के इस सेवाभाव से किये जा रहे कार्य को सराहा। बीएमओ डॉ. जे.पी. कौशिक ने कहा कि अलग-अलग युनिट की तैयारी एक साथ न कर टूकड़ों में ग्रुप डिस्कशन कर विषय की गहराई को समझा जा सकता है। यदि छात्रों में जुनून हो तो सफलता निश्चित है। अंत में उपस्थिति अतिथियों ने सभी सफल छात्रों को आशीर्वाद, बधाई एवं शुभकामनाएं दी। आभार प्रदर्शन शत्रुहन कांत ने किया। इस अवसर पर राजेश दिवाकर, जितेन्द्र कुमार, विष्णु चतुर्वेदानी, जे.आर. साहू, प्रेमचंद टंडन, नीलू जांगड़े, उपप्राचार्य छत्रपाल डाहिरे, प्राचार्य आशा दिवाकर, छात्र-छात्रा, शिक्षक-शिक्षिका, अभिभावक आदि उपस्थित रहे।