
बेमेतरा । कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में श्रम, उद्योग, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की संयुक्त बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने श्रम विभाग, उद्योग विभाग, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की विभागीय कार्यों की गतिविधियों के संबंध में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में श्रमिकों की सुरक्षा, उद्योगों की उत्पादकता और औद्योगिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था।
बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी, विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया। कलेक्टर ने बताया कि श्रमिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और इसके लिए प्रभावी कदम उठाना आवश्यक है। उन्होंने उद्योगों को श्रमिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
बैठक में उद्योगों के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं और चुनौतियां साझा कीं। उन्होंने श्रम कानूनों में सुधार और उनके क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के बारे में बताया। कलेक्टर ने इन समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें जल्द ही हल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि सरकार उद्योगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ ही श्रमिकों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने अपने विभाग की गतिविधियों और नई पहल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण किए जा रहे हैं और सुरक्षा मानकों का पालन न करने वाले उद्योगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
कलेक्टर श्री शर्मा ने औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को कारखानों में विभिन्न अधिनियमों के अंतर्गत ली जाने वाली अनुज्ञप्तियों जैसे कारखाना अधिनियम, 1948 के अंतर्गत अनुज्ञप्ति के अंतर्गत अनुज्ञप्तियां, ठेका श्रम (विनियम और उन्मूलन) अधिनियम, 1970 के अंतर्गत अनुज्ञप्तियां, कर्मचारी राज्य सेवा बीमा निगम एवं कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अंतर्गत आवश्यक अनुज्ञप्ति / स्वीकृतियां / पंजीयन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए । कारखानें में उपयोग होने वाले सभी तरह के रसायनों की जानकारी, इओनसे संभावित खतरे एवं सावधानियों की जानकारी कार्यस्थलों में प्रदर्शित होने को कहा । कार्यरत श्रमिकों को कार्य के अनुरूप प्रशिक्षित कर उन्हें उपयोग होने वाले रसायनों के खतरों एवं सावधानी की जानकारी देने के निर्देश दिए । कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा की कारखाने के सभी विभागों में जहां खतरनाक रसायनों का भण्डारण, उपयोग होता है, वहां उक्त रसायनों के संबंध में मटेरियल डेटा शीट बड़े साईन बोर्ड में प्रदर्शित होना चाहिए। ऐसे कारखानों में कार्यरत श्रमिकों के कार्य के सुपरविजन हेतु योग्यताधारी सुपरवाइजर की नियुक्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए जिससे कि निर्धारित सुरक्षा प्रणाली के अनुसार कार्य हो रहे हो, यह सनिश्चित हो सकें।
कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा की ऐसे कारखाने के समस्त संवेदनशील क्षेत्रों में अग्निशमन की व्यवस्था होनी चाहिए तथा अग्निशमन उपकरणों को उपयोग करने हेतु श्रमिक/कर्मचारी प्रशिक्षित होने चाहिए | उन्होंने औद्योगिक केंद्रों में आपातकालीन व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने कहा की कारखानों में आपातकाल में श्रमिकों के सुरक्षित बाहर निकलने हेतु सुरक्षित मार्ग चिन्हांकित हो, पीईएसओ के प्रावधानानुसार सुरक्षा ऑडिट होना तथा सक्षम व्यक्ति की नियुक्ति होना सुनिश्चित करने को कहा । ऐसे कारखानों के सभी विभागों के लिए कारखाना प्रबंधन द्वारा सुरक्षित कार्य पद्धति लिखित में तैयार कर इसकी संक्षेपिका कार्य स्थल के समीप प्रदर्शित करने के निर्देश दिए तथा प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इसकी मॉनीटरिंग कर सुनिश्चित करें कि निर्धारित की गई एसओपी अनुसार कार्य किया जा रहा है। ऐसे कारखानों में कारखाना प्रबंधन द्वारा कार्यरत श्रमिक कॉटन के कपड़े पहनकर ही कार्य करें तथा श्रमिकों को उनके कार्य के अनुरूप आवश्यक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे रेस्पेरिटरी मास्क, हैण्ड ग्लब्स, फुल बॉडी एप्रॉन, सुरक्षा जूते, फेश शील्ड, चश्मा आदि उपलब्ध कराकर उनका उपयोग करने के सख्त निर्देश दिए । इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर अंकिता गर्ग , महाप्रबंधक उद्योग जी.आर.निकुंज एवं खान प्रभारी, श्रम निरीक्षक तथा दुर्ग से इंडस्ट्रिल सेफ्टी ऑफिसर उपस्थित थे |
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने अंत में सभी संबंधित पक्षों से मिलजुल कर काम करने और श्रमिकों की बेहतरी के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि श्रम, उद्योग और सुरक्षा के क्षेत्र में सुधार लाकर ही जिले का समग्र विकास संभव है। बैठक कलेक्टर ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया और भविष्य में ऐसी और बैठकों के आयोजन की बात कही, जिससे समन्वय और सहयोग को बढ़ावा मिल सके।