गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। मानसून के नजदीक आते ही अब अंचल के ट्यूबवेल की सुविधा वाले किसान अपने खेतों में खरीफ फसल की बोनी शुरू कर दिए है। किसान खेतों की साफ-सफाई के बाद अब ट्यूबवेल से खेतों पर पानी छोड़ रहे है। ट्रैक्टर व रोटोवेटर से जोताई व मताई करने के बाद रोपाई के लिए बीजों का छिड़काव किसान कर रहे है। अच्छी पैदावार के लिए हाईब्रिड धान, सरना, छोटा किस्म में हजार दस, 1156, भाठा एचएमटी, सिल्की, मंजू गोल्ड जैसे धान बीजों की मांग अधिक होती है। इस क्षेत्र में ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष भीमसेनी एकादशी के पहले अधिकांश किसान रोपा के लिए खेत पर बीज डालना शुरू कर देते है। मध्यम वर्गी छोटे किसान भी खेत की साफ-सफाई एवं मेड़़ पार में जगे कांटो के साथ ही खरपतवार को जलाकर नष्ट कर रहे है। इसी तरह किसान अपने खेत पर गोबर खाद भी डालना शुरू कर दिए है। इन दिनों क्षेत्र के किसानों ने सोसयटियां से मिलने वाले खाद में डीएपी, यूरिया, पोटाश एवं सुपर फास्पेक्ट धान बीज का उठाव भी होने लगा है। पूरा ग्राम्यांचल खेती-किसानी के काम में मगन है।
There is no ads to display, Please add some