
मैनपुर (गंगा प्रकाश) । ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में वर्ष 2013-14 के दौर याद करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी जी की सरकार देश के युवाओं और आम लोगों को कैसे कैसे सपने दिखा रहे थे।पहले से ही लगभग हर मोदी जी की भाषण में वादा करते रहे थे। लेकिन सत्ता में आते ही बेरोजगारी और महंगाई को खत्म कर देंगे कह कर भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र में आई है और जनता को बहुत ही महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। सत्ता में आए 8 साल से ज्यादा हो गई हैं ।लेकिन महंगाई और बेरोजगारी कम होने के बजाय आसमान पर छू रही है। इस तरह की केंद्र सरकार की विफलता आर्थिक नीतियों के कारण देश में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है ।जो बीते 14 महीनों से महंगाई की दर दोहरे अंको में है। पेट्रोल-डीजल सीएनजी एवं रसोई गैस से लेकर आना आज डालें कुकिंग ऑयल जैसे जरूरी उपयोगी सामान की कीमतें भी आसमान छू रही है । मोदी सरकार द्वारा आटा दाल दही पनीर साहब जैसे रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाने से महंगाई और बढ़ गई है। इस सरकार की नीति से बच्चों के लिए पेंसिल और कापी किताब से लेकर हॉस्पिटल बेड श्मशान घाट के निर्माण पर भी जीएसटी लगा दी है। पहले यूपीए की सरकार से तुलना करें तो आज हर चीजों में की कीमत बेहिसाब बड़ी हुई है। कुछ चीजों के दाम दोगुने से भी अधिक हो गए हैं ।जैसे कि एलपीजी सिलेंडर 2014 में एलपीजी सिलेंडर ₹410/ पेट्रोल ₹71 प्रति लीटर डीजल ₹57 प्रति लीटर सरसों तेल ₹90 प्रति लीटर आटा ₹22 प्रति किलो दूध ₹35 प्रति लीटर लेकिन 2022 में सिलेंडर ₹1053 प्रति सिलेंडर ₹100 प्रति लीटर पेट्रोल डीजल ₹95 प्रति लीटर सरसों तेल ₹200 प्रति किलो आटा 35 से ₹40 प्रति किलो दूध ₹60 प्रति लीटर बढ़ गई है इसी तरह सब्जियों की कीमत में भी 35% तक वृद्धि हुई है नमक एक 40% महंगा हुआ है दाल 60 65% तक महंगी हो गई है कोई भी ऐसी चीज़ नहीं है जिसकी कीमत केंद्र की भाजपा सरकार में ना बड़ी हो मोदी सरकार महंगाई को तो नियंत्रण कर नहीं पा रहे हैं ।उल्टा पहले से ही परेशान जनता पर टैक्स का बोझ डालकर अपना खजाना भरने में लगी है भाजपा के सत्ता में आने से पहले सभी सामग्रियों की कीमत सस्ते थी लेकिन 2021-22 में देश का कुल संग्रह भी 34 फ़ीसदी बढ़कर 2707 लाख करोड़ हो गया है जो बजट में लगाए गए 22 सत्रह लाख करोड़ के अनुमान से 500000 करोड़ ज्यादा है इसमें एक बड़ा हिस्सा जीएसटी का है सरकार पहले ही जीएसटी से इतना पैसा कमा रही है फिर भी इसकी भूख शांत नहीं हो रही है अब आटा दही पनीर रोजमर्रा की दैनिक उपयोगी वस्तुओं पर भी जीएसटी लगा दी गई है एक तरफ जनता से भरपूर टैक्स वसूला जा रहा है दूसरी तरफ लोगों को मिलने वाली सुविधाएं खत्म की जा रही है गैस पर मिलने वाली सब्सिडी 2 साल पहले खत्म कर दी गई थी हाल ही में सरकार ने सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में मिलने वाली छूट भी खत्म कर दी है केंद्र सरकार के शासन का तरीका अंग्रेजों से मिलता जुलता है इन्हें जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है यह सिर्फ जनता को लूटने और अपना खजाना भरने में लगे हैं मोदी राज में एक तरफ लोग महंगाई की मार से त्रस्त हैं दूसरी तरफ बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं इस अवसर पर प्रमुख रूप से आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जनक राम ध्रुव जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भोला जगत निहालनेताम अशोक दुबे गए गैंदू यादव भानु सिन्हा खेदु नेगी जागेश्वर नेगी राम नागेश सहित सैकड़ों कार्यकर्ता हल्ला बोल कर विरोध दर्ज किए।