नक्सली बनकर सरपंच के परिवार से 5 लाख मांग करने वाले 06 फर्जी नक्सलियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

घटना का मास्टरमाइंड आत्मसमर्पित गौतम चक्रधारी जो पूर्व में भी नक्सली बनकर सरपंचों से अवैध उगाही में खा चुका है जेल की हवा

विकास कुमार ध्रुव

छुरा(गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के नक्सल प्रभावित गांव में नक्सली बनकर लूटपाट  करने का मामला सामने आया है।नक्सलियों की तरह ही नकाबपोश लुटेरे काली वर्दी में सरपंच के घर में घुसकर और चाकू और नकली बंदूक की नोक पर सरपंच को जान से मारने की धमकी देकर रकम उगाही के करने का मामला प्रकाश में आया हैं जंहा नक्सली बनकर सरपंचों से वसूली करने वाले 6 फर्जी नक्सलियों को पकड़ने में गरियाबंद पुलिस को सफलता हाथ लगी है। इन फर्जी नक्सलियों के पास से तीन एयरगन वॉकी टॉकी नक्सली वर्दी नक्सली पर्चे भी बरामद हुए हैं।खास बात यह है कि इनमें से एक पूर्व समर्पित नक्सली और एक पूर्व बर्खास्त सहायक आरक्षक निकला। इन फर्जी नक्सलियों ने विकास खण्ड छुरा खुड़ियाडीह गांव के सरपंच के घर घुसकर मारपीट करते हुए  5 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी इस दौरान इन्होंने डराने के लिए एयर गन से हवाई फायर भी किया और सरपंच के बेटे की पिटाई भी की घटना 23 अगस्त कि रात की है घटना के बाद से ही सरपंच और उसका पूरा परिवार दहशत में था 25 अगस्त को सरपंच के पुत्र हेमू नागेश ने छुरा थाना पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई जंहा मामले कि गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी छुरा के द्वारा घटना की जानकारी जिले के आला पुलिस अधिकारियों को दी गई गरियाबंद पुलिस अधीक्षक जे आर ठाकुर के दिशा निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश ठाकुर के मार्गदर्शन व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गरियाबंद पुष्पेंद्र नायक व उप पुलिस अधीक्षक निशा सिन्हा के पर्यवेक्षण में स्पेशल टीम के गठित कर प्रकरण के त्वरित निराकरण हेतु निर्देशित किया गया था जिसके बाद गरियाबंद स्पेशल टीम साइबर सेल एवं छुरा थाना टीम द्वारा सूचना तंत्र को सक्रिय किया गया साथ ही स्पेशल टीम छुरा पुलिस द्वारा लगातार दिन रात मेहनत कर सुराग ढूंढने जगह-जगह सीसीटीवी फुटेज खाना ले गए वही सरपंच के परिवार वालों से पूछताछ मत बताया गया की नक्सली कार में आए थे जिसके बाद पुलिस को यकीन हो गया की यह असली नक्सली नहीं बल्कि फर्जी नक्सली है जिसके बाद पुलिस ने होशियारी से पता लगाते संदेह के आधार पर प्रहलाद नायक,रोहित नायक,गेमेंद्र ध्रुव, ओम प्रकाश निषाद,गौतम चक्रधारी,एवं पायल मानिकपुरी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर सभी 6 आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर घटना को अंजाम देने में उपयोग किए गए एयर गन नक्सली वर्दी एवं अन्य सामाग्रियों को पेश करने पर गवाहों के समक्ष जब्ती की कार्रवाई की गई मामले में छुरा थाना द्वारा सभी आरोपियों के ऊपर धारा 323,458,384,34,386,387,419,398 भादवि दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया न्यायालय के आदेश पर सभी आरोपियों को जेल दाखिल किया गया हैं।

रायपुर की फर्जी महिला नक्सली भी गिरफ्तार

गरियाबंद एसपी जेआर ठाकुर ने बताया कि आरोपियों के पास से एयर गन, नक्सली वर्दी और कई सामान जब्त किए गए हैं। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है,जो सड्डू की रहने वाली है। सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। यहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि समर्पित नक्सली गौतम चक्रधारी पहले भी इसी तरह के फर्जी नक्सलियों की गैंग बनाकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के सरपंचों से 2019 के पहले  15 से 20 लाख रुपए से अधिक की अवैध वसूली कर चुका था और 2019 मे फर्जी नक्सली केश मे जेल भी जा चुका था।इस फर्जी नक्सली केश का पूरा मास्टर माइंड गौतम को बताया जा रहा है जिसने लंम्बे समय के बाद फिर से फर्जी नक्सलीयों का गैंग बनाकर सरपंचो से वसूली करने कि रणनीति बनाई थी लेकिन गरियाबंद पुलिस कि सक्रियता के चलते उनका पूरा प्लान चौपट हो गया पुलिस द्वारा इन नक्सलियों को पकड़ने में स्पेशल टीम साइबर सेल के जवानों ने खूब मेहनत की नक्सलियों की एक गलती उनकी गिरफ्तारी की वजह बनी उक्त घटना को अंजाम देने 03 से 04 फर्जी नक्सली कार से सरपंच के घर पहुंचे थे और यही बात पुलिस को खटकने लगी क्युकि कभी भी नक्सली किसी भी वारदात को अंजाम देने कार से नहीं जाते जिसका पता लगाकर पुलिस ने पूरी गैंग का भंडाफोड़ कर दिया!इस पूरी कार्यवाही मे थाना प्रभारी छुरा तरशीला टोप्पो, स्पेशल टीम प्रभारी  प्रधान आरक्षक अंगद राव, चूड़ामणि देवता, आरक्षक सुशील पाठक, रविंद्र सिन्हा, हरीश साहू, यादराम ध्रुव, सहायक उपनिरीक्षक छुरा सुरेश निषाद,प्रधान आरक्षक हीरालाल चंद्राकर,तुलाराम साहू,उमेश शांडिल,आरक्षक माधव साहू, दयानंद गौड, राजेंद्र गायकवाड, सूर्यकांत राय ने  सराहनीय भूमिका निभाई है।

आत्म समर्पित नक्सली गौतम चक्रधारी पूर्व में भी फर्जी नक्सली बनकर कर चुका हैं लाखों की लूट और हो चुका हैं गिरफ्तार

बताते चले कि गौतम चक्रधारी फर्जी नक्सली बनकर पंचायत सरपंच-सचिव से उगाही करने के मामले गरियाबंद पुलिस गिरफ्तार  कर चुकी है। बीते चार साल से अलग अलग पंचायतों में इस काम को अंजाम देता रहा हैं।हालांकि इस बार गौतम ने फर्जी नक्सलियों का नया दल बनाया हैं।ये बकायदा नक्सली जैसी वर्दी पहनकर हथियार से लैंस आधी रात को सरपंच के घर पहुंचते थे और आंध्रा के नक्सली पैसा मंगा रहे कह रहे सरपंच से फिरौती की मांग करते थे। नकली बंदूक की नोक पर आरोपितों ने कई पंचायत सरपंचों को अपना शिकार बनाते आ रहा हैं। डर के मारे सरपंच भी मुंह मांगी रकम दे देते थे। इसकी सूचना पूर्व गरियाबंद पुलिस को लगी तब से लगातार पुलिस इन पर नजर बनाए हुई थी। अंततः एक दिन पूर्व 27 नवबंर 2019की मध्यरात्रि जब फर्जी नक्सली गौतम अपने संथियो के साथ ग्राम जड़जड़ा के सरपंच से पैसे वसूलने निकला था तब पुलिस ने उन्हें घेराबंदी कर रंगे हाथों पकड़ लिया था इस दौरान पुलिस और फर्जी नक्सलियो के बीच फायरिंग भी हुई थी जिसके बाद आरोपित झाड़ियों में छुप गए थे परंतु सुबह होते ही सभी को पुलिस दबोच लिया था।ए फर्जी नक्सली आलीशान जिंदगी जीने और अपने ख्वाहिसों को पूरा करने के उद्देश्य से विगत चार साल से उगाही का काम कर रहे थे। आशंका है कि आरोपितो ने अब तक दर्जनों सरपंचों से अधिक को अपना शिकार बनाया है और करीब 17 लाख से अधिक रुपये वसूले है।जिसमे कि इन्होंने जड़जडा के सरपंच शत्रुधन साहू और उपसरपंच हुकुमलाल साहू को अपना शिकार बनाया था जनमाष्टमी के अवसर पर रात्रि उनके घर गए और अपने आप को नक्सली बनाकर असली जैसे दिखने वाले नकली बंदूक और चाकू से डरा कर डेढ लाख रुपये की मांग की थी नक्सलियों ने कहा कि रकम आंध्रा के नक्सली को भेजने है। नहीं दिए तो जान से मार देंगे। डर के मारे सरपंच ने 15 हजार उन्हें दे दिए थे रकम लेने के बाद आरोपितों ने कहा था कि चार पांच दिन में फिर आयेंगे एक लाख रुपये तुम्हारा और उपसरंपच का तैयार रखना। नक्सलियों के डर से सरपंच ने अपनी बाइक और जमीन बेचकर उन्हें एक लाख दे दिए थे इसके बाद भी आरोपितो ने परेशान करना नही छोड़ा था 15 अगस्त 2019 और दीपावली के दूसरे दिन फिर धमका कर गए इसके साथ ही वहां से चार साड़ी और खाने पीने का सामान भी ले गए थे सालभर से लगातार परेशान हो रहे सरपंच ने अंततः इसकी सूचना गरियाबंद कोतवाली पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने रणनीति बनाई और जब आरोपितों ने पैसे की मांग कर लेने पहुंचे तो उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया था। गिरोह का मुख्य सरगना पूर्व नक्सली गौतम चक्रधारी है। जो पहले भी नक्सलियों के साथ काम कर चुका है। वे गरियाबंद मैनपुर के आसपास के क्षेत्रो में नक्सलियों के साथ सक्रिय रहा और इस क्षेत्र से तथा नक्सलियों के तौर तरीको से भलीभांति परिचित था। इसी का फायदा उठाकर उसने उगाही करने का प्लान बनाया। आरोपित कुछ साल पहले नक्सलियों से अलग हो गया था। सबूत के अभाव में पुलिस की पकड़ से बाहर था। आदतन होने तथा पैसो की कमी के चलते अपने शौक पुरा करने उसने गरियाबंद के रहने वाले बादल सिंह, रोशन निषाद, मुकेश भोई, संतोष निषाद, लेखराम निषाद के साथ मिलकर फर्जी नक्सली संगठन बनाया  था और सरपंचों को लूटने लगा रहा आरोपित दिन में गांव में जा कर रैकी करते थे फिर रात को योजनाबद्ध तरीके से घर पहुंचते थे। आरोपित घर से सादे कपड़ो में निकलते थे और जंगल में नक्सलियों के जैसे कपड़े पहन लेते थे।आरोपितों ने सरपंचो को लूटने के बाद लूट के रकम से बंदूक जैसा हथियार, भरमार, पिस्टल, बटनदार चाकू, गंडासा खरीदे, वाकी-टाकी सेट खरीदे और दो पल्सर बाइक भी आरोपितो ने खरीदी है। पूछताछ में आरोपितो ने घरेलु उपयोग की अन्य सामाग्री करने की बात भी स्वीकार की है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने एक भरमार, दो एयर पिस्टल (एके-47 जैसा), एक एयर गन (एसएलआर जैसा), एक स्माल पिस्टल (देसी कट्टा जैसा), एक लायटर पिस्टल (रिवाल्वर जैसा), एक गंडासा (कोयता), एक बटनदार लाइट वाला चाकू, दो मोटर साइकिल (पलसर), दो नग वॉकी-टॉकी मय चार्जर के, झिल्ली में रखा सैकड़ो छर्रे, हरे रंग का दो सेट वर्दी जब्त की गई थी।

पुलिस अधीक्षक की अपील

पुलिस विभाग द्वारा ग्रामीण अंचलों में दशहत फैलाने वाले फर्जी नक्सलियों के गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। एसपी जे आर ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने बड़ी सफलता हासिल की है। फर्जी नक्सली का खुलासा होने ग्रामीण क्षेत्र में दशहत का माहौल खत्म होगा पुलिस विभाग द्वारा बेहतर रणनीति के तहत गिरोह का पदाफार्श किया गया है। इससे इस प्रकार के दूसरे शरारती तत्वों में भी अंकुश लगेगा। इस अवसर पर एसपी जेआर ठाकुर ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने का फायदा ऐसे लोग उठाते हैं और ग्रामीण व सरपंच सचिव उनके झांसे में आ जाते हैं। उन्होंने ग्रामीणो और जनता से अपील करते हुए कहा कि पुलिस विभाग जनता की सेवा और समस्याओं को लेकर हमेशा तत्पर है। किसी प्रकार की समस्या होने पर या कुछ भी संदिग्ध दिखने पर तुरंत ग्रामीण सीधे उनसे मिलकर या नजदीकी थाना प्रभारी से मिलकर सूचना दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने भरोसा भी दिलाया कि सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *