
गौरेला । नगर में व्याप्त बिजली, पानी सहित विभिन्न समस्याओं के प्रति सीएमओ के उदासीन रवैये से छुब्ध अध्यक्ष एवं पार्षदों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से करते हुए निराकरण की मांग की है।
इस संबंध में अध्यक्ष श्रीमती गंगोत्री राठौर के नेतृत्व में उपाध्यक्ष एवं पार्षदों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि नगर पंचायत गौरेला के 15 वार्डों में पानी की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। विभिन्न स्थानों में पानी सप्लाई के लिए स्थापित पंप आए दिन न सिर्फ खराब हो रहे हैं बल्कि कई बार तो सप्ताह भर बंद भी रहते हैं। लेकिन 04 माह से पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी नारायण साहू द्वारा नये पंपों की खरीदी के लिए कोई भी राशि प्रदाय नहीं की जा रही है। ऐसे में नगर पंचायत के कर्मचारियों के सामने इन्हीं पुराने पंपो को रिपेयरिंग करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं रहता है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि विभिन्न वार्डों में बिछे पाइप लाईन इतने पुराने हो चुके हैं कि ये जगह-जगह से सड़ गए हैं। जिसकी वजह से इन पाईप लाइनों से लोगों के घरों में नाली का गंदा पानी पहुंच रहा है। जिससे लोग पीलिया और हैजा जैसी जानलेवा बिमारी से ग्रसित हो रहे हैं। इस संबंध में जनप्रतिनिधि एवं पार्षदों द्वारा बार-बार सूचित किये जाने पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री साहू इस विकराल समस्या का निराकरण करने की बजाए जनप्रतिनिधियों एवं पार्षदों से अपमानजनक बर्ताव करते हैं।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि नगर में करोडों के खर्च से लगी स्ट्रीट लाईट श्री साहू के उदासीन रवैए के कारण बंद पड़ी हुई है। उन्होंने अपनी पद स्थापना के बाद से ही यहां के 20 वर्षों से कार्यरत बिजली कर्मचारियों को काम से निकाल दिया है।
ज्ञापन में बताया गया है कि इसके पहले पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं पाषर्दा द्वारा नगर से एकत्र होने वाले कचरे को फेंकने के लिए घनी अबादी से दूर वार्ड नबंर 13 में खाली पड़े एक स्थान को सुनिश्चित किया गया था और वहीं से सूखा और गीला कचरा उठाकर एसएलआरएम सेंटर लाया जाता था। लेकिन मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री साहू द्वारा इस व्यवस्था को परिवर्तित करते हुए घनी आबादी के बीच स्थापित एसएलआरएम सेंटर में डंप करवाया जा रहा है। जिसकी वजह से वहां फैल रही गंदगी एवं बदबू से वार्ड वासी परेशान हैं तथा वार्ड पार्षद से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं।
इसके अलावा ज्ञापन में यह मांग भी की गई है कि जल आवर्धन योजना अंतर्गत मलानिया डेम में स्थापित इंटकवेल में जो विद्युत आपूर्ति हो रही है वह ग्रामीण है। उसे परिवर्तित कर अंजनी फिडर से जोड़ा जाए। ताकि नगर में जल आपूर्ति सुचारू रूप से किया जा सके।
ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, मंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग एवं प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को भी प्रेषित की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में उपाध्यक्ष संदीप जायसवाल, अमोल पाठक, मोहित राजपूत, शिव रोहणी, लालसिंह मरावी, दिलीप विश्वकर्मा, मगदलिनी जेम्स, ममता मार्को, तुलसी पेंद्रो, निलेश साहू, पियूष अग्रवाल शामिल हैं।
वहीं मुख्य नगर पालिका अधिकारी नारायण साहू बीते 11 दिनों से अवकाश में हैं। जिसकी वजह से इस संबंध में उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।