
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। एक बार फिर छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े धान संग्रहण केन्द्र विकासखंड फिंगेश्वर में स्थित कुण्डेलभाटा के मजूदरों को अधिकारियों द्वारा हमेशा की तरह ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से मिलीभगत कर पिछले 2 माह मई एवं जून के पारिश्रमिक का भुगतान अब तक नहीं किए जाने से कुण्डेलभाटा के हमाल-मजदूरों में गहरा रोष व्याप्त है। जो कभी भी आंदोलन-कामबंद जैसी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न कर सकता है। लगभग 49 मजदूरों की कार्यरत कुण्डेलभाटा संग्रहण केन्द्र यूनियन के अध्यक्ष लोमश यादव ने बताया कि 2-2 माह का पारिश्रमिक नहीं मिलने मजदूर काफी परेशान एवं अपनी दयनीय आर्थिक संकट से जुझ रहे है। हमने कई बार जिला विपणन अधिकारी से पारिश्रमिक देने का निवेदन किया। परंतु 2 माह से ज्यादा हो गया है। मजदूर संघ के उपाध्यक्ष साधुराम ढीढी सचिव मनोज भारद्वाज ने अपनी व्यथा बताई और कहा कि हमने 25 जून 2024 को कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर महोदय के पास अपनी समस्या रखी तो उन्होंने तत्काल जिला विपणन अधिकारी को तलब किया। जहां डीएमओ अमित चंद्राकर ने 2 दिवस के अंदर भुगतान करने का आश्वासन दिया परंतु हुआ कुछ नहीं। कोषाध्यक्ष यातीम खान ने कहा कि 07 जुलाई को राजिम विधायक रोहित साहू जी के ग्राम जोगीडीपा प्रवास पर फिर उन्हें आवेदन दिया गया। विधायक ने तत्काल डीएमओ अमित चंद्राकर को फोन किया तो उन्होंने पुनः 4 दिन के अंदर मजदूरों को उनकी पारिश्रमिक का भुगतान करने की बात कही। मजदूरों ने बताया कि कुण्डेलभाटा में मजदूरों को उनके पारिश्रमिक के भुगतान के लिए हमेशा इसी तरह लेटलतीफी एवं परेशान किया जाता है। गतवर्ष भी हमें डीएमओ अमित चंद्राकर द्वारा पारिश्रमिक भुगतान के लिए काम बंद जैसा आंदोलन करना था तब जाकर पारिश्रमिक मिली। अध्यक्ष लोमश यादव ने बताया कि यहां कार्यरत मजदूरों की पीएफ की राशि भी पिछले जनवरी 2024 माह से जमा नहीं की गई है। मजदूरों ने बताया कि डीएमओं एवं ठेकेदार आपसी समझौता कर इस तरह हमेशा मजदूरों को परेशान करते है। यहां पदस्थ डीएमओ एवं ठेकेदार लगभग 7-8 वर्षो से अंगद की तरह पैर जमाकर बैठे है। यहीं कारण है कि इनकी कार्यशैली से मजदूरों को हमेशा प्रताड़ित किया जाता है।
ठेकेदार से मजदूरों का पेमेन्ट तत्काल करने कहा गया है। इस प्रकार की अनियमितता के चलते ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेट करने की चेतावनी भी दी गई है। जल्द ही पेमेन्ट करवाया जायेगा।
अमित चंद्राकर, जिला विपणन अधिकारी, गरियाबंद