
मैनपुर (गंगा प्रकाश)। भादो के पवित्र महीने में भगवान विग्नेश्वर 11 दिनों तक विराजने वाले मंगल मूर्ति गणपति बप्पा शुक्रवार को शुभ मुहूर्त में गांव गांव घर-घर पंडालों में विराजे हैं। देवों में पहले पूजे जाने वाले गौरी के लाल श्री गणेश प्रतिवर्ष हर पंडाल हर घर में पधार कर लोगों को खुशहाली रूपी आशीर्वाद प्रदान करते हैं। मूषक पर गणेश जी की भक्ति की अविरल धारा से सराबोर हो जाते हैं ।भगवान श्री गणेश की सुंदर सुंदर प्रतिमा हर घर पंडालों में विराजे हैं। जहां गांव के नौनिहाल सहित बुजुर्ग युवा भक्त भगवान की भक्ति से सरोबार हो रहे हैं।
गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है ।गणेश जी की विद्या बुद्धि का प्रदाता विघ्नविनाशक और मंगलकारी भी माना गया है ।गणेश चतुर्थी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है। किंतु महाराष्ट्र में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन श्री गणेश का जन्म हुआ था। उसका वाहन मूषक चंचलता का प्रतीक है। लंबोदर महाराज की भक्ति पशु प्रेम की संदेश का प्रतीक है। उनकी पूजा-अर्चना का भाव लोगों को परिवार प्रेम बल बुद्धि का ध्यान और मंगल की कामना से जुड़ा है। इनके कई प्रमुख नाम हैं जिसमें सुमुख एकदंत कपिल गजकर्ण लंबोदर विकट विघ्नविनाशक विनायक धूम्रकेतु गणध्यक्षक भालचंद्र के नाम से भी पुकारा जाता है।
वही मैनपुर क्षेत्र के आसपास के ग्राम हरदीभाटा भाटीगढ़ नाहनबिरी गौरघाट गोपालपुर कोदोभाट सालेभाट देहार गुड़ा मैनपुरकला जीडार जाड़ापदर बरदुला बोईरगांव शोभा गोना गवरगांव सहित भगवान श्री गणेश की भक्ति में भाव विभोर हैं ।प्रतिदिन भगवान के भक्तों द्वारा सुबह शाम विधिवत पूजा अर्चना किया जा रहा है। भक्त भगवान की सेवा में लीन नजर आ रहे हैं वही चौक चौराहे पर पंडाल सजाकर बप्पा जी को 11 दिनों के लिए विराजमान किए गए हैं। और रोज सुबह शाम विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं।