
करन अजगल्ले
सक्ति /हसौद(गंगा प्रकाश)। ग्राम पंचायत हसौद में लेथा चेरिटेबल ट्रस्ट नें प्रौढ़ शिक्षा मिशन के अंतर्गत लोगों को सशक्त बनाने और उनको स्वरोजगार देने पहल की हैं।
कार्यक्रम के आयोजन करता लेथा चेरिटेबल ट्रस्ट व इण्डेन गैस एजेंसी हसौद के संचालक सहसराम धीरहे नें बतया कि केंद्रीय बजट 2021-22 में संसाधनों, ऑनलाइन मॉड्यूल तक पहुंच बढ़ाने की घोषणा की गई थी, ताकि प्रौढ़ शिक्षा को समग्र रूप से इसमें शामिल किया जा सके। तथा इस योजना का उद्देश्य न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान करना है, बल्कि 21वीं सदी के नागरिक के लिए आवश्यक अन्य घटकों को भी शामिल करना है, जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल (वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, वाणिज्यिक कौशल, स्वास्थ्य देखभाल और जागरूकता सहित, शिशु देखभाल तथा शिक्षा एवं परिवार कल्याण), व्यावसायिक कौशल विकास (स्थानीय रोजगार प्राप्त करने की दृष्टि से), बुनियादी शिक्षा (प्रारंभिक, मध्य और माध्यमिक स्तर की समकक्षता सहित) और सतत शिक्षा (कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति, खेल और मनोरंजन में समग्र प्रौढ़ शिक्षा पाठ्यक्रम के साथ-साथ स्थानीय शिक्षार्थियों के लिए रुचि या उपयोग के अन्य विषय, जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल पर अधिक उन्नत सामग्री सहित)।इन सभी तरह से सशक्त बनाना है।
श्री धीरहे ने बताया कि लेथा चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा प्रौढ़ शिक्षा मिशन को आगे बढ़ाने और सब वर्ग के लोगो शिक्षित बनाने के लिए एक पहल किया गया है।इस कार्यक्रम के जरिए उन्होंने ऐसे पांच शिक्षकों को चुना हैं जो पढ़े लिखें तों हैं मगर अपने और अपने परिवार का पालन पोषण करने में अशमार्थ थे।
उन्होंने बताया कि 5 शिक्षक में से चार शिक्षक महिलाएं हैं जिन्होंने करोना महामारी के वक्त अपने भाई,पिता और पति को खोया है।जिससे घर में कोई कमाऊ व्यक्ति ना होने के वजह से उनका जीवन यापन परेशानी से बीत रहा था।फिलहाल अब सभी को कार्य दे दी गई है और वें सभी काम मिलने के बाद खुश हैं। तथा काम मिलने के बाद लेथा चेरिटेबल ट्रस्ट को धन्यवाद ज्ञापित किये हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से नायब तहसीलदार आशीष पटेल, हसौद थाना प्रभारी योगेश पटेल,हसौद सरपंच हेम बाई साहू,तेजराम रत्नाकर, प्रफुल्ल आजाद, छोटेलाल भारद्वाज,लेथा चेरीटेबल ट्रस्ट के जिला लीडर संगीत कुमार,कि लीडर श्याम कुमार किशोर, प्रोजेक्ट मैनेजर सहसराम धीरहे,भरत धीरहे,ईश्वरी मनहर,ममता खूंटा,पर्मिला बाई लहरे, नोनीता यादव, भारत बर्मा, सुनीता डूबले सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।