
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र में 15 दिनों पहले दंतैल हाथी ने पोंड के जंगल में दो महिलाओं पर हमला किया था, जिसमें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं एक महिला भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद हाथी धमतरी जिले में प्रवेश करते हुए मगरलोड के जंगलों में पहुंचा था। अभी दो दिनों पहले ही पाण्डुका क्षेत्र की ओर लौटकर हाथी झरझरा मंदिर से वापस होते हुए अपने पुराने मार्ग पर विचरण कर रहा है। वन परिक्षेत्र अधिकारी फिंगेश्वर तरूण तिवारी ने बताया कि दंतैल हाथी डम्.3 फिंगेश्वर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 43, 43, 44, 46, 47 ग्राम गनियारी के जंगल की ओर विचरण कर रहा है। बीती रात्रि हाथी ने दो भैंसों पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया है। वन विभाग की टीम लगातार हाथी पर निगरानी रख रही है। वहीं आसपास के दर्जनों गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। बीती रविवार की रात दंतैल हाथी फिंगेश्वर वन क्षेत्र के ग्राम जोगीडीपा में विचरण कर रहा था। इस दौरान जोगीडीपा के किसान जनक और तुलसी राम धु्रव के दो भैंसों को मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक भैंस को जख्मी कर दिया है। सभी भैसे किसान के बड़ी में हमेशा की तरह बंधी हुई थी। जिसमे एक भैंस रस्सी तोड़कर भागने में सफल रहा जिस कारण उसकी जान बच गयी। बाकी दो रस्सी नही तोड़ पाए और खूंखार हाथी ने अपने खतरनाक दांत से भैस के पेट फाड़ दिया। वन अफसरों का कहना है कि आंकलन पश्चात मवेशी मालिक को शासन से सहायता राशि दी जाएगी। दंतैल हाथी डम्.3 लगातार खूंखार होते जा रहा है। इसके पहले भी दंतैल हाथी ने कई लोगों को कुचलकर मार डाला है वहीं अब जानवरों को भी मौत के घाट उतार रहा है। ऐसे में किसानों को ही अपने मवेशियों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। विभाग की ओर से लगातार मुनादी कर जानकारी दी जा रही है। जिस तरह यह दंतैल हाथी इंसान व जानवरों को मौत के घाट उतरता जा रहा है। यह भयानक हाथी खतरनाक साबित हो रहा है। आतंक का पर्याय बन चुका है। इंसानो को तो मुनादी या मोबाइल से अलर्ट जारी किया जा रहा हैं, परन्तु जानवरों को कौन से तरीके से सचेत किया जाए कि हाथी के सामने ना आए। ऐसे में किसानों को ही अपने मवेशियों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है विभाग की ओर से लगातार मुंनादी व जानकारी दी जा रही है।गनियारी फुलझर के जंगल में विचरण कर रहा यह खूंखार हाथी जो आज रात्रि शायद महासमुंद जिला प्रवेश कर सकता है। वन कर्मियों ने बताया कि दंतैल हाथी अभी गनियारी, फुलझर के जंगल में विचरण कर रहा है। वनकर्मियों ने क्षेत्र के गनियारी, सिलयारीबाहरा, खुड़सा, परसदा, लालपुर, बलरामपुर, बोरिद, सरकंडा, नागझर, सोरिद, खुर्द, करपी, लोहझर, तरजुंगा, बंनगवा, गुडंरदेहीं, बम्हनदेहीं, नाचनबाय समेत दर्जनों गांवों को हाईअलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी है। वन कर्मियों का कहना है कि अभी गांवों में जगह-जगह गणेश की मूर्तियां स्थापित की गई है। इसलिए पंडाल में न रहने, पंडाल के लाइट, साउंड बंद रखने कहा जा रहा है।