त्यौहारी सीजन में खाद्य सामग्रियों में बिगाड़ा रसोई घर का बजट



फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। प्रमुख वार्षिक त्यौहारो नवरात्र दशहरा दिवाली के समय खाद्य पदार्थ सब्जियों आदि में एकाएक महंगाई यानी मूल्य बढ़ जाने से उपभोक्ता विशेष कर रसोई घर संचालित करने वाली महिलाओं का बजट न सिर्फ गड़बड़ा गया है साथ ही खाने की थालियो का स्वाद भी बिगड़ रहा है पिछले मात्र 10- 12 दिनों में 1450 – 1500 प्रति टीपा मिलने वाला खाद्य तेल 2100- 2250 तक बिक रहा है नवरात्रि के चलते तेलों में हुई इस अप्रत्याशित वृद्धि से दैवीय मंदिरों में मां के समक्ष जलने वाले ज्योत का बजट मंदिर संचालकों के लिए गले की फांस बन गया है ऐसे ही महंगाई एवं मूल्य वृद्धि हटरी बाजारों में टमाटर प्याज लहसुन में दिख रही है। त्योहारों से पहले सब्जियों ने भी रसोई का स्वाद और बजट दोनों बिगाड़ दिया है। प्याज.टमाटर का तडक़ा महंगा हो चुका है। पिछले सप्ताह 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा टमाटर शुक्रवार को 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिका। प्याज भी 60 रुपये से बढ़ कर 70 रुपये प्रति किलो पर चला गया है। इतना ही नहीं प्याज और टमाटर के तडक़े के बाद लहसुन ने भी अपना रंग दिखा दिया है। लहसुन 300 से 320 रुपये किलो की दर से बिक रहा है। लहसुन के बढ़े दामों ने गृहणियों को परेशानी में डाल दिया है। अगले सप्ताह से फेस्टिवल सीजन शुरू होने जा रहा है। जिस कारण अभी सब्जियों के दाम 15 से 20 दिन कम होना मुश्किल है। ऐसे में लोगों को अभी महंगाई से राहत मिलती नजर नहीं आ रही। प्याज के बढ़ते मूल्य पर शासकीय व्यवस्था बनाए जाने पर राजीव विधायक रोहित साहू ने बताया कि खरीफ की फसल आने में सामान्य से कुछ अधिक देर होने की वजह से प्याज की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। प्याज के लगातार बढ़ते रेट्स की वजह से रायपुर में सफल आउटलेट्स पर 35 किलो प्याज बेचने का निर्णय लिया गया है। बढ़ी कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए एनसीसीएफ 20 राज्यों के 54 शहरों में 457 रिटेल स्टोर्स पर सस्ती प्याज बेच रही है। सरकार अब छत्तीसगढ़ रायपुर में 35 के दर प्याज का विक्रय करेगी।

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