
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। श्री बीरेंद्र दीपक शिक्षा महाविद्यालय में आज दिनांक 9 नवंबर दिन शुक्रवार को आंवला नवमी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय कुमार साहू एवं प्रोफेसोर विजय कुमार सिन्हा ने आंवला वृक्ष पर जल समर्पित कर, गुलाल तिलक एवं पुष्प चढ़ा कर एवं सुरक्षा धागा बांधकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताते हुए संस्था प्रमुख उषा शर्मा जी ने बताया की सनातन धर्म में आंवला नवमी का विशेष महत्व है। वहीं आंवला नवमी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता हैइस दिन भगवान विष्णु और आंवले के वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैइसलिए इसका नाम अक्षय नवमी हैमतलब जो पुण्य कभी नष्ट न हो। साथ ही इस दिन जो भी शुभ कार्य जैसे दान, पूजा- अर्चना, भक्ति, सेवा आदि की जाती हैं, उसका पुण्य कई जन्म तक खिलता है। इस दिन आंवले का दान करना बेहद शुभ माना जाता हैऐसा करने से इंसान की हर मनोकामना पूरी होने की मान्यता है और जीवन के सारे कष्ट भी दूर हो सकते हैं। साथ ही इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराना चाहिए। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है। कार्यक्रम में प्रो. सिद्धांत पोद्दार, प्रो. शांति बारले सहित बड़ी संख्या में बी. एड प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।