मित्रता का असली अर्थ विपत्ति में साथ देना: प्रतिभा

जिपं सदस्य दुर्गा उमाशंकर साहू ने श्रीमद् भागवत कथा में शामिल होकर खेली फूलों की होली

सदाराम कश्यप

मुंगेली(गंगा प्रकाश)। नगर के मानस मंच में लोरमी युवा मंडल द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का समापन मित्रता के विषय में व्याख्यान के साथ हुआ। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य दुर्गा उमाशंकर साहू श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुई और भागवताचार्य देवी प्रतिभा की आशीर्वाद लेते हुए फूलों के होली खेली। वृंदावन धाम से पधारी अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचिका देवी प्रतिभा ने सुदामा चरित की कथा सुनाई। भागवताचार्य देवी प्रतिभा ने कहा कि मित्र वही श्रेष्ठ होता है जो विपत्ति में भी साथ निभाए। द्वारिका में सत्राजीत नायक रहता था, वह सूर्य का उपासक था। भगवान सूर्य ने उसे स्वयंटक मणि दिया था, सत्राजीत ने अपनी पुत्री सत्यभामा व मणि को भगवान के चरणो में समर्पित कर दिया। भौंकासुर का वध बंदी कन्याओ को बंधन से मुक्त कराया आर्य नारी का सम्मान बढ़ाने के लिए भगवान ने कन्याओं को अपने चरणो में स्थान दिया। गुरुवार को मानस मंच में भजन संध्या का आयोजन युवा मंडल के द्वारा किया गया। जिसमें संतोष यादव एवं साथी कलाकारों द्वारा भजन गीतों की प्रस्तुति दी गई। भजन कार्यक्रम में क्षेत्र के सभी संगीत प्रेमी एवं भक्तगण मौजूद रहे। आयोजन को सफल बनाने अनिल सलूजा, शैलेंद्र सलूजा, आनंद वैष्णव, श्रवण गुप्ता, संजीव श्याम तिवारी, सोहन डडसेना, विजय खत्री, सलीम खान, डॉ रूपेश अग्रवाल, मदन तिवारी, महेश मिश्रा, राजेंद्र जायसवाल, देवकांत द्विवेदी, मनोज यादव, विकास तिवारी, दउवा महराज, अजय पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

    गौरतलब है कि युवा मंडल के द्वारा आयोजित इस भागवत कार्यक्रम में प्रथम दिवस 1 सितंबर को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। उसके बाद कर्म सा सुखदेव जी का आगमन कपिल होती संवाद, सती चरित्र ध्रुव चरित्र, प्रहलाद चरित्र अंत में सुदामा चरित्र के साथ कथा का विश्राम किया गया। कथा का संचालन राजू वैष्णव द्वारा किया कार्यक्रम में भागवत कथा श्रवण गया।

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