
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। मुख्यमंत्री विश्णुदेव साय के मार्गदर्शन में धान खरीदी का सिलसिला जारी है। 14 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। इसके लिए सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमेट्रिक डिवाइस के माध्यम से धान उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बड़े कृशकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जा रहा है। सभी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर छांव, पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। राजिम विधायक रोहित साहू ने बताया कि धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत व निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये है। सीमावर्ती क्षेत्र में विशेश निगरानी की व्यवस्था की गई है एवं चेकपोस्ट की स्थापना की गई है। राज्य स्तर पर अलग अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिश्ठ अधिकारियों की जांच टीम बनाई गई है, जो लगातार जिले में हो रही धान खरीदी की मॉनिटरिंग कर रहे है। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री विश्णु देव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप इस वर्श भी किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान के मान से ही धान खरीदी की जा रही है। किसानों को इस मामलें को लेकर किसी प्रकार का भ्रम नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भ्रम फैलाने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। विधायक रोहित साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री विश्णुदेव साय ने कहा है कि धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश के पंजीकृत किसनों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर रही है। किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केन्द्रों के माईक्रो एटीएम से 2000 रू. से लेकर 10 हजार रू. तक की राशि निकालने की सुविधा भी दी गई है। इससे किसानें को धान बेचने परिवहन के लिए किराये पर लिए गए ट्रैक्टर, मेटाडोर आदि का भाड़ा और हमाली मजदूरी का भुगतान करने में सुविधा होगी। विधायक रोहित साहू ने किसानों को आश्वस्त किया कि अंचल में धान खरीदी की मात्रा 21 क्विंटल प्रति एकड़ की मान से ही होगी। किसान किसी के बहकावे में न आए।