
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। शासन के निर्देशानुसार प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द मे संविधान दिवस मनाया गया और संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया। हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्र आत्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों कोरू सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की क्षमता प्राप्त करने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर 1949 ई को एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मारपित करते हैं। संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय संविधान को अपनाने की याद में मनाया जाता है, जो 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। यह संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। संविधान दिवस को पहली बार 2015 में मनाया गया था, जब भारत सरकार ने इस दिन को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था शिक्षक खोमन सिन्हा ने बताया कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में हमारे कई वीर जवानों ने अपनी जान की कुर्बानी दी आज हम उन वीर सपूतों को सादर नमन करते हैं जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी पाठशाला के सभी छात्र छात्राओं ने मोमबत्ती जलाकर नम आंखों से शहिदों को श्रद्धांजलि अर्पित किए कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शाला के प्रधान पाठक जगन्नाथ धु्रव, शिक्षक घनश्याम कंवर, दुर्गेश विश्वकर्मा, लीलाराम मतावले, निरूपा निषाद, मंदाकिनी साहू, शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे।