
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमितेश शुक्ल ने कहा कि अत्यधिक खुशी की बात है कि आप लोगो के बीच मुझे आने का मौका मिला। मै सदैव यह कहते आया हु और आज फिर एक बार इस बात को दोहराना चाहूंगा की आदिवासी समाज के लोग बहुत ही भले और सीधा साधा होते है ये हमेशा अपने आदर्शो व सिद्धांतो पर चलते है, सबसे अच्छी बात यह है की आज कल के युवा भी आधुनिकता के साथ अपने मूल परम्परा और संस्कार नहीं छोड़े है। आप लोगों को बताना चाहूंगा की चुनाव के समय आदिवासी समाज के लोगों को तरह तरह का प्रलोभन देकर बर्गलाने का काम किया गया था, लेकिन समाज के भलीभांती जानते है की कौन हमारे लिए सोचते है और हमारे समाज के उत्थान के लिए काम करते है इसी बात को ध्यान में रखते हुए पूरी राजिम विधानसभा के आदिवासी समाज मेरा साथ दिए और किसी के प्रलोभन में नहीं आये। आगे अमितेश शुक्ल नें कहा की भाजपा तरह तरह का प्रलोभन दिया, किसानो को एकमुस्त 3100 रुपया प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य देने का वादा किया था लेकिन आज किसानो को ठगा जा रहा है, किसानो को 2300 रुपया प्रति क्विंटल के दर से पैसा दिया जा रहा है। कांग्रेस की सरकार में मैंने खुद मुख्यमंत्री को बोलकर फिंगेश्वर ब्लॉक में जामगांव तरफ के 18 गाँव के किसानो के सिचाई की व्यवस्था के लिए सूखा नदी में बैराज के लिए घोषणा कराया था, स्वीकृति होने के बाद बजट में पैसा पास भी हो गया था, लेकिन भाजपा की सरकार आते ही बैराज का कोई अतापता नहीं चल रहा है पता नहीं बैराज बनेगा के नहीं इसका पैसा आएगा के नहीं। इन्होने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सिकासार बांध के पानी को महासमुंद और सराईपाली देने की बात कही है। पानी की कमी बताकर कई जगह घोषणा किया जा रहा है अगर किसान रवि फसल में दलहन, तिलहन की जगह धान लगायेगा तो 50 हजार जुर्माना लिया जायेगा। स्व. श्यामाचरण शुक्ल के समय से यहाँ मै दौरा करते आ रहा हु लेकिन आज तक किसानो के साथ ऐसा अन्याय नहीं हुआ है, जब पानी की कमी है तो सिकासार बांध का पानी महासमुंद और सराईपाली क्यों ले जा रहे हो?। आपने मुझे इस कार्यक्रम में बुलाया इसके लिए मैं आप लोगो को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं आप लोग ऐसे ही अपना स्नेह,प्यार और आशीर्वाद बनाये रखे। ग्राम गुंडरदेही में आदिवासी सामुदायिक भवन का लोकार्पण था, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अमितेश शुक्ल जी शामिल होकर भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। समाज के लोगों नें अतिथि का फटाखा फोड़कर फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। अमितेश शुक्ल ने अपने कार्यकाल में आदिवासी धु्रव गोंड समाज के सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 6.50 लाख दिये थे।