जोन प्राचार्यों एवं विषय शिक्षकों की कार्यशाला का आयोजन

 

फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। गौरव गरियाबंद के तहत जिले में शैक्षिक गुणवत्ता को मजबूत करने एवं हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में सुधारने के लिए कलेक्टर दीपक अग्रवाल एवं जिला शिक्षा अधिकारी ए. के. सारस्वत के निर्देशानुसार विकास विकासखंड स्तरीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्तर पर जोन प्राचार्यों, विषय शिक्षकों एवं ब्लूप्रिंट कार्यशाला का आयोजन विकासखंड स्त्रोत समन्वयक केंद्र फिंगेश्वर में संपन्न हुआ. इस अवसर पर फिंगेश्वर विकासखंड के 6 जोन के प्राचार्य एवं अंग्रेजी, गणित, विज्ञान के विषय विशेषज्ञ शामिल हुए. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ब्लूप्रिंट आधारित परीक्षा प्रणाली को लागू करना और छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देकर बेहतर शिक्षा परिणाम सुनिश्चित करना है. इस कार्यशाला में जिला कार्यालय से सांख्यिकी अधिकारी श्याम चंद्राकर,ए.पी. सी.मनोज केला,विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामेंद्र कुमार जोशी विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सुभाष शर्मा उपस्थित थे.इस अवसर पर सांख्यिकी अधिकारी श्याम चंद्राकर ने कहा कि अर्धवार्षिक परीक्षा 13 दिसंबर से 20 दिसंबर तक संचालित होगी. जिसके लिए विषय विशेषज्ञों को ब्लू प्रिंट आधारित प्रश्न पत्र निर्माण की प्रक्रिया, प्रश्नों के अंक विभाजन, कठिनाई स्तर और उत्तर लेखन कला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षकों को निर्देशित किया कि छात्रों को प्रश्न पत्र की संरचना और शब्द सीमा के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए ब्लूप्रिंट आधारित परीक्षा प्रणाली को लागू करना और छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देकर बेहतर परीक्षा परिणाम सुनिश्चित करना है. ब्लूप्रिंट सभी विषय का कक्षा में अनिवार्य रूप से चस्पा करें. उन्होंने आगे कहा कि सभी विषय शिक्षक यह प्रयास करें कि विद्यार्थियों में एकाग्रता के साथ विषय के प्रति रुचि जागृत हो और सभी विषय की तैयारी ब्लूप्रिंट के अनुसार यदि दक्षता आधारित शिक्षण दिया जाए तो निश्चित ही अनुकूल और अच्छे परिणाम जरूर आएंगे.ए.पी.सी मनोज कला ने इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को ब्लूप्रिंट की बेहतर समझ और शिक्षा उन्नयन के लिए नवाचारों से अवगत कराना है. ब्लूप्रिंट एक ऐसा स्ट्रक्चर है जिससे तैयारी करके हम पूरा कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं तथा सकारात्मक परिणाम की आशा प्रबल हो जाती है. उन्होंने आगे कहा कि इस कार्य योजना के उद्देश्य केवल परीक्षा परिणाम सुधारना नहीं है बल्कि छात्रों का आत्मविश्वास और शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के साथ-साथ शिक्षकों को प्रश्न पत्र निर्माण में कुशल बनाना जरूरी है ताकि छात्र बेहतर तरीके से परीक्षा की तैयारी कर सके. वहीं कमजोर छात्रों को विशेष ध्यान देकर मुख्य धारा में लाना हमारी प्राथमिकता है. साथ साथ प्रतिभाशाली छात्रों को राज्य की मेरिट सूची में स्थान दिलाने हेतु प्राचार्यों एवं शिक्षकों को निर्देशित किए. इस बैठक में प्रमुख रूप से जोन प्राचार्य मुकेश निर्मलकर, पूरन लाल साहू, निरंजन तिवारी,संजय एक्का, बसंत साहू, भारती साहू, व्याख्याता झूमुक लाल साहू, नीतू शाह, परेश्वर यादव, गीतांजलि नेताम विद्या भूषण साहू,कन्हैया मिश्रा, सी. एम. बंजारे, लीला सिंह सेंगर, सुवर्णा गोरे,लक्ष्मण तारक, गिरवर यादव, कुंदन रावत,दुष्यंत वर्मा,निशा देवांगन, चंद्रिका प्रसाद साहू, भोमिन हिरवानी यशोदा द्विवेदी, नोहर साहू,थनेश्वर साहू, रवि अग्रवार,जितेंद्र देवांगन, मनीष देवांगन, चेतन गायकवाड़ एवं फिंगेश्वर ब्लाक के विषय विशेषज्ञ व्याख्याता उपस्थित थे।

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