सूखा नाला में मनमाने स्तर पर अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन से पुल, गौशाला एवं सीसी रोड तेजी से हो रहा क्षतिग्रस्त, नागरिकों ने अवैध रेत खनन बंद किए जाने की मांग

 

फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। नदी किनारे रेत की मनमानी खुदाई से नागरिकों में गहरा रोश व्याप्त है। पिछले 8-10 दिनों से फिंगेश्वर में सुखा नदी में ठीक पुल के नीचे एवं गौशाला के आसपास वृहद स्तर पर चैन माउंटिंग द्वारा रेत का अवैध उत्खनन दिन-रात 24 घंटे द्रुतगति से करते हुए सैकड़ों हाईवा वाहन में बड़े शहरों में भारी कीमत में बेचकर लाखों रूपये प्रतिदिन की काली कमाई करते हुए शासन को चूना लगाया जा रहा है। अवैध रेत परिवहन से लाखों रूपये खर्च कर गौशाला जाने वाली सड़क भी रेत से भरी बड़ी बड़़ी हाईवा गाड़ी के वजन से टूटने लगी है। यह सीसी रोड अभी 1 वर्श पूर्व ही तत्कालीन विधायक अमितेश शुक्ल द्वारा गौधन के आने जाने वाले रास्ते में सुविधा हेतु विधायक मद की राशि से बनवाई गई थी। रेतों के ट्रकों के कारण रोड के क्षतिग्रस्त होने से इसमें आवागमन काफी मुश्किल हो जावेगा। नागरिकों ने बताया कि फिंगेश्वर सुखा नदी की रेत निकालने की कोई स्वीकृति नहीं है। रेत माफियों द्वारा प्रशासन के साथ साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भ्रश्टाचार के दम पर अवैध रेत उत्खनन एवं मनमाने ढंग से परिवहन किया जा रहा है। इस अवैध रेत उत्खनन से नदी का पार तेजी से टूट रहा है। इससे बाढ़ का पानी गौशाला एवं सड़क पर आने का अंदेशा है। इन दिनों गाहे-बगाहे विकासखंड की अन्य रेत खदानों कोसमखुंटा, लचकेरा, बिड़ोरा, पोलकर्रा आदि में भी रेत माफिया रेत का अवैध उत्खनन कर लाखों रूपयों का वारा न्यारा करते रहते है। विकासखंड में एक भी रेत खदान प्रशासन द्वारा स्वीकृत नहीं है। फिर भी दिन-रात रेत से भरी हाईवा रायपुर की ओर जाती रहती है। खनिज विभाग राजस्व पुलिस के सामने से निकलती रेत वाहनों पर कार्यवाही नहीं करना ऐसा प्रदर्शित करता है कि जानबुझकर सभी इस ओर से आंख मिचे हुए है। खनिज विभाग द्वारा हमेशा की तरह स्टॉफ की कमी का बहाना बताकर अपना पल्ला झाड़ देता है। अधिकारी जनसामान्य से शिकायत की बात कर आंखो से देखकर भी अवैध रेत उत्खनन कर जा रही गाड़ियों को भ्रश्टाचार की राह पर पकड़ने की जरूरत नहीं समझते। इन्हीं सब कारणों से इन दिनों फिंगेश्वर विकासखंड की रेत खदानों से प्रतिदिन 500 के आसपास हाइवा वाहनों में अवैध परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। बताया जाता है कि महानगरों में 15 से 20 हजार प्रति हाईवा की दर से रेत की बिक्री होती है। इस मान से रेत के खेल में काले धन का अनुमान लगाया जा सकता है। फिंगेश्वर के नागरिकों ने सूखा नदी में पुल की रक्षा, गौशाला को बचाने एवं आने जाने की सड़क को टूटने से बचाने जिला प्रशासन, खनिज विभाग एवं जनप्रतिनिधियों से सुखा नदी फिंगेश्वर में तत्काल अवैध रेत उत्खनन बंद किए जाने की मांग की है।

 

4-5 दिनों से मेरी तबीयत खराब है मैं तहसीलदार और एसडीएम को सूचित कर कार्यवाही के लिए भेजता हूॅ।

 

फागूलाल नागेश, 

सहायक खनिज अधिकारी, जिला-गरियाबंद

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