
गरियाबंद/छुरा/कोपरा/राजिम/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। नगर पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी धीरे- धीरे बढ़ने लगी है।नगर पंचायत फिंगेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत कुल 15 वार्ड है।राज्य सरकार ने नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का निर्णय ले लिया है।अब नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव मतदाता सीधे कर सकेंगे।लोगों को अब शासन निर्वाचन आयोग की प्रक्रिया का बेसब्री से इंतजार है।
शहर के मतदाता अब दो मत डालेंगे एक अपने पार्षद के लिए दूसरा अध्यक्ष पद के लिए।इसमें मतदाताओं को मामूली भ्रम होगा। यदि वह पार्षद अलग पार्टी का चुनना चाहता है और अध्यक्ष अलग पार्टी का तो उसे दोनों के लिए अलग- अलग मत डालना पड़ेगा तब उसे थोड़ा भ्रम होता है। 5 जनवरी को वर्तमान नगर पंचायत कमेटी का कार्यकाल पूरा हो जाएगा।वर्तमान में यह स्थिति बनी हुई दिखाई दे रही। 5 जनवरी के पहले चुनाव की पूरी प्रक्रिया नहीं हो पायेगी।ऐसे में जब तक के चुनावी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जायेगी तब तक के लिए प्रशासक का बैठना लगभग तय माना जा रहा है।जिसकी पूरी संभावना भी है।
इधर आरक्षण को लेकर पार्षदों सहित अध्यक्ष पद के दावेदारों को बेसब्रीसे इंतजार है।दोनों पार्टी कांग्रेस तथा भाजपा ने इस मामले में अभी चुप्पी साधी हुई है।दोनों पार्टियों की ओर से पत्ते अभी पूरी तरीके से बंद है।अभी बहुत से लोगों को जानकारी नहीं है कि आरक्षण में किस प्रक्रिया का पालन किया जायेगा।
सूत्रों के अनुसार 15 से 20 दिसंबर के बीच आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी।ऐसा अनुमान भी है कि 22 दिसंबर अथवा 26 दिसंबर को चुनाव की घोषणा हो सकती है।बहरहाल सभी लोगों को पहले तो आरक्षण का इंतजार है उसके पश्चात चुनाव की तारीखों का और रही जनता की बात है तो जनता को अपने पार्षद प्रत्याशियों का इंतजार है तो साथ ही अध्यक्ष के प्रत्याशी का भी इंतजार है।