
खेत नाला में हुआ तब्दील नाला बस्ती तक पहुंचा
ग्रामीणों ने एसडीएम को लगाई अपनी गुहार जल्द पुल निर्माण एवं खेती मरम्मत की किया मांग
मैनपुर (गंगा प्रकाश)। ब्लॉक मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत मैनपुर कला की किसान सियाराम ठाकुर की 4 एकड़ खेत पूरी तरह बर्बाद हो चुका है उस खेत में अब उपज भी नहीं हो सकती है ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है किसान काफी परेशान हो चुका है उनकी दो-दो बोर को अतिवृष्टि ने बहकर ले गया है। किसान दर-दर भटक रहा है राजस्व आपदा क्षतिपूर्ति 6 /4 के तहत कार्यवाही तो किया गया है लेकिन उस मौजा से किसान की भरपाई नहीं हो पाएगी जिसको लेकर के एसडीएम मैनपुर हितेश पिस्दा को अवगत कराया जिसने जिसे हितेश पिस्दा जी ने स्वयं चलकर खेत एवं नदी नाला की जायजा लिया जिसमें पाया गया कि बाढ़ अतिवृष्टि के कारण गांव तक पानी पहुंच रहा है वहीं बिजली की पोल को भी वह आकर ले जाएगा ऐसी स्थिति निर्मित हो चुकी है आसपास में करेंट भी फैल सकता है क्योंकि अतिवृष्टि ने इतनी कहर बरपाया है जिसके कारण गांव खेत खलियान आम जनता सहित मवेशी गाय भैंस जानवर इत्यादि परेशान हो चुके हैं क्योंकि एक ही रास्ता से जाना रहता है इंसान से लेकर के उस गांव की विकास केवल होती है तो एक ही रास्ता नदी नाला को काफी मकसद कर के पार करने के बाद ही उन्हें शिक्षा स्वास्थ्य खेती किसानी एवं अन्य कार्य करना रहता है ऐसी स्थिति में गांव वालों ने दो तीन बार चक्का जाम करने की इजाजत भी मांग चुके हैं लेकिन चक्का जाम करने की इजाजत नहीं दी गई और पुल की निर्माण करने की आश्वासन ही केवल मिलता रहा है उसके बाद भी अब तक कि शासन प्रशासन के द्वारा उस नाला की निर्माण नहीं किया गया है वहीं उसी नाला के कारण आसपास के रहवासी किसान एवं ग्रामीण जन काफी परेशान हो चुके हैं जो दयनीय स्थिति हो गई है वहीं किसान सियाराम ठाकुर ने बताया कि मेरी उम्र भर की कमाई को अतिवृष्टि बाढ़ ने पूरी तरह चौपट कर चुकी है अब तो मेरी खेती खेती किसानी करने लायक भी नहीं बचा है क्योंकि इसी के सहारे से ही मेरे परिवार की भरण पोषण दादा परदादा से करते आ रहा हूं अब पूरी तरह असहाय महसूस कर रहा हूं यदि सरकार के द्वारा नरुवा गरूवा घुरुवा बारी के तहत इस पुल की निर्माण नाला बंधान कार्य किया जाता है तो थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है ऐसे ही दर्जनों किसानों की खेत एवं फसल बर्बाद हो चुकी है। वहीं किसान सियाराम ठाकुर ने मांग किया है कि खेती मरम्मत भूमि सुधार के लिए शासन प्रशासन से लाभ दी जावे ताकि उनके बच्चे हुए जमीन भी इस तरह से नाला में तब्दील ना हो।