तिरंगे के अपमान का मामला सोशल मीडिया और दैनिक अखबारों में सुर्खियां बटोरने के लगभग 1 माह बीत जाने की बावजूद महिला सरपंच के ऊपर अब तक नहीं हो सकी कार्यवाही

कोतासुरा की महिला सरपंच द्वारा 15 अगस्त को उल्टा झंडा फहराने की वीडियो सोशल मीडिया में जमकर हुई थी वायरल, दैनिक अखबारों में सुर्खियां बटोरने के बावजूद प्रशासन कुंभकरण निद्रा में लीन?…

जिला प्रशासन को कुंभकरण निद्रा से जगाने सबूत के साथ जागरूक ग्रामीण ने के साथ की लिखित शिकायत, जिला कलेक्टर ने कड़ी कार्यवाही का दिया आश्वासन, कोतासुरा के महिला सरपंच पर प्रशासनिक कार्यवाही की गिर सकती है गाज…

चंद्रशेखर जायसवाल

रायगढ़ (गंगा प्रकाश)। जनपत पंचायत पुसौर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कोतासुरा में 15 अगस्त को उल्टा झंडा फहराए जाने का मामला उसी दिन प्रकाश में आ चुका है तथा पिछले दिनो ध्वज संहिता के उल्लंघन का एक वीडियो सोशल मिडिया तेजी से वायरल हो रहा था, जिसकी खबरें भी दैनिक अखबारों में सुर्खियां बन चुकी हैं! लेकिन ध्वज संहिता का उल्लंघन हुए लगभग एक महीना बीतने वाला है मगर अभी तक ध्वज संहिता के मामले में किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है, इसी कड़ी में कार्यवाही न होता देख गांव के ही एक जागरूक ग्रामीण के द्वारा उपरोक्त मामले की लिखित शिकायत जिला कलेक्टर से करते हुए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान करने वाली महिला सरपंच पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है!

जानिए क्या है पूरा मामला….

दरअसल मामला ध्वज संहिता का उल्लंघन को लेकर था, 15 अगस्त  2022 को पूरा देश हर्षोल्लास के साथ आजादी के 75 वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव रूप मे मनाया गया, इसी कड़ी में ग्राम पंचायत कोतासुरा में भी अमृत महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारी में जुटे थे लेकिन महिला सरपंच श्रीमती सबिता मालाकार द्वारा पंचायत ऑफिस में 15 अगस्त के दिन तिरंगा झंडा को उल्टा फहराया गया, साथ ही साथ झंडा उल्टा फहराकर सलामी देते हुए राष्ट्रगान भी गया हुवा था। एक पढ़ी लिखी शिक्षित महिला सरपंच द्वारा आजादी के 75 वे वर्षगांठ अमृत महोत्सव के दिन ध्वज सहिता का खुलेआम उलंघन किया गया, मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पूरे घटनाक्रम को अपने कैमरे में कैद कर लिया और देखते ही देखते कुछ पलों बाद सोशल मीडिया मंच पर यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगी, ऐसे में देश की शान तिरंगा के अपमान की वीडियो सोशल मीडिया पर देखने के बाद यूजर्स के द्वारा महिला सरपंच की कड़ी निंदा और आलोचना हुई तथा पूरे मामले की खबरें कई न्यूज़ वेबसाइट और अनेक दैनिक अखबारों में भी समाचार प्रकाशित हुई! मगर बड़ी विडंबना की बात है कि सोशल मीडिया और मीडिया पर ध्वज संहिता के उल्लंघन मामला सुर्खियां बटोरने के बावजूद आज लगभग एक महीना बीतने को आया मगर जिला प्रशासन द्वारा न तो कोई संज्ञान लिया गया न ही तिरंगे का अपमान करने वाले पर कोई कार्यवाही की गई?? शासन प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान को लेकर वैधानिक कार्यवाही नही किया जाना जहां एक और प्रशासन की घोर लापरवाही को उजागर करता है। वहीं दूसरी ओर ध्वज संहिता की फोटो वीडियो वायरल होने और समाचार प्रकाशित होने के बावजूद कोतासुरा की महिला सरपंच द्वारा ना तो किसी प्रकार से सार्वजनिक मंच पर माफी मांगी गई है ना अपनी भूल स्वीकार की है! जोकि घोर निंदनीय कृत्य है!

बहरहाल आपको यह भी बताना लाजिमी होगा कि उपरोक्त मामले में अभी तक किसी के द्वारा महिला सरपंच के विरुद्ध शिकायत नहीं की गई थी लेकिन वीडियो वायरल होने और समाचार प्रकाशित होने के बावजूद कार्यवाही ना होने से कुछ ग्रामीण नाराज भी हैं तथा तिरंगे के अपमान को लेकर एक जागरूक ग्रामीण के द्वारा जिला कलेक्टर से लिखित शिकायत की गई है! शिकायतकर्ता को जिला कलेक्टर द्वारा कार्यवाही का आश्वासन भी दिया गया है! अब देखना यह लाजमी होगा की लिखित शिकायत के बावजूद भी शासन प्रशासन द्वारा ध्वज संहिता को लेकर कार्यवाही की जाएगी या अब भी कुंभकर्णी निंद्रा में पूर्व की भांति लिन रहेंगे??

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