संसाधनों का वितरण जरुरत के हिसाब से नहीं, सिर्फ गद्दी बचाने के लिए बिना किसी ठोस योजना के कल्पनाओं पर आधारित निराशाजनक बजट -हाफिज

संसाधनों का वितरण जरुरत के हिसाब से नहीं, सिर्फ गद्दी बचाने के लिए बिना किसी ठोस योजना के कल्पनाओं पर आधारित निराशाजनक बजट -हाफिज

 

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)।  गरियाबंद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद हाफिज खान ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि इस बजट में कोई विजन नहीं हैं. पहले ज्ञान की दुर्गति हुई. अब गति की दुर्गति होगी. साय सरकार का बजट आम जनता के अपेक्षा और उम्मीदों के विपरीत घोर निराशाजनक रहा है।

उन्होंने कहा कि न इसमें जनता के लिए कोई राहत है. न किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए कोई ठोस योजना है. ना इसमें युवाओं के रोजगार के संदर्भ में कोई रोड मैप दिख रहा है. ना ही महंगाई से निपटने कोई ठोस रणनीति है।

हर साल 1 लाख नौकरी, 500 का सिलेंडर, अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण के बारे में बजट में कुछ नहीं है. राजधानी में ट्रैफिक जाम से निजात का रोड मैप नहीं है. यह सिर्फ कल्पनाओं पर आधारित है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने छत्तीसगढ़ को 40 हजार करोड़ से ज्यादा के कर्ज में डुबा दिया है और आम लोगों की आमदनी में कोई इजाफा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि यह बजट ऊंची दुकान फीका पकवान जैसा है. जमीनी हकीकत से इसका कोई लेना-देना नहीं है. युवाओं के बेरोजगारी भत्ता, किसानों की आय बढ़ाने के लिए बजट में कुछ नहीं है. मोदी की गारंटी में किये गये वादे 1 लाख नौकरियों के सृजन के बारे में इस साल के बजट में भी कुछ नहीं है. महिलाओं के लिए 500 रुपये. में सिलेंडर देने के बारे में बजट में कुछ नहीं है.

पिछले बजट में 33,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा किये थे एक भी भर्ती नहीं कर पाए. इस साल फिर से 20,000 शिक्षकों की भर्ती की बात कर रहे हैं. इस बजट में युवाओं के रोजगार बढ़ाने के लिए, किसानों के लिए, महिलाओं के लिए कुछ नहीं है. प्रदेश की 32% आबादी आदिवासी समाज के लिए बजट में कुछ नहीं है. मजदूरों और गरीबों की आमदनी बढ़ाने के लिए बजट में कुछ नहीं है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *