अंचल के दैवीय मंदिरों में शुरू चैत्र नवरात्र की तैयारी, मॉ घटारानी, जतमई धाम, रमईपाठ में की जा रही है तैयारी

अंचल के दैवीय मंदिरों में शुरू चैत्र नवरात्र की तैयारी, मॉ घटारानी, जतमई धाम, रमईपाठ में की जा रही है तैयारी

 

गरियाबंद/छुरा(गंगा प्रकाश)। इस वर्ष चैत्र नवरात्र 30 मार्च से शुरू हो रही है जो 8 दिनों तक चलेगी। चैत्र नवरात्र के लिए अंचल की सभी दैवीय मंदिरों में तैयारी शुरू हो गई है। दैवीय मंदिरों का रंगरोगन ज्योति कलश भवनों में साफ सफाई के साथ साथ उन्हें व्यवस्थीत किया जा रहा है। कुम्हारों द्वारा बनाए गए ज्योत स्टैण्ड आदि की आपूर्ति की जा रही है। चैत्र नवरात्र को लेकर अंचल की मॉ घटारानी, मॉ जतमई धाम, मॉ रमई पाठ सहित आसपास की सभी दैवीय स्थलों में मनोकामना ज्योति हेतु श्रद्धालु अपना स्थान सुरक्षित कराने रसीद कटवा रहे है। समिति के सदस्य व्यवस्था बनाने जुट गए है। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा बढ़ती गर्मी को देखते श्रद्धालुजनों के लिए पानी एवं छाया की व्यवस्था बनाने जुट गए है। दैवीय मंदिर जाने वालों रास्तों के गड्डे आदि में भराव कर आने जाने लायक रास्ता बना रहा है। रास्ते में गर्मी को देखते हुए आने जाने वालों के लिए जगह जगह पीने के ठंडे पानी की व्यवस्था भी की जा रही है। 29 मार्च शनिवार की शाम 4.33 बजे प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जावेगी जो रविवार 30 मार्च को दोपहर 2.14 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के कारण 30 मार्च को ही चैत्र नवरात्र की कलश स्थापना होगी। चैत्र नवरात्र पर विभिन्न पुण्यकारी शुभ संयोग बन रहे है। चैत्र नवरात्र रविवार से शुरू होने के कारण देवी मॉ की सवारी हाथी है। जो समृद्धि एवं शांति का प्रतीक है। पंचमी तिथि गौण होने के कारण 5 को महाअश्टमी, 6 को महानवमी का पाठ कन्यापूजन, हवन व आरती के साथ पूजा संपन्न होगी।

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