धनवादा पॉवर प्लांट बना ग्रामीणों का सिरदर्द ! प्रशासन और कंपनी की मिलीभगत? 12 अप्रैल को फूटेगा जनआक्रोश!…

धनवादा पॉवर प्लांट बना ग्रामीणों का सिरदर्द ! प्रशासन और कंपनी की मिलीभगत? 12 अप्रैल को फूटेगा जनआक्रोश!…

 

रायगढ़ (गंगा प्रकाश)। जिला अंतर्गत धरमजयगढ़ के भालूपखना गांव में स्थित धनवादा पॉवर प्लांट अब विकास का नहीं, विनाश का प्रतीक बनता जा रहा है। प्रशासन दावा कर रहा है कि विवाद सुलझ गया, लेकिन हकीकत यह है कि गांव की सड़कों पर गुस्से की चिंगारी सुलग रही है, जो अब ज्वालामुखी बनकर फटने को तैयार है।

“SDM के सामने नाटक, पीछे धोखा!” – ग्रामीणों का खुला आरोप :

 ग्रामीणों ने हमारी टीम से साफ शब्दों में कहा – “हमने SDM साहब के सम्मान में आंदोलन टाल दिया, लेकिन यह समझ लेना कि गांव शांत है, सबसे बड़ी भूल होगी।” ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी के लोग प्रशासन के सामने झूठे वादों की स्क्रिप्ट पढ़ते हैं और पीठ पीछे सब कुछ भुला देते हैं।

नहर खुदाई में निकला मलबा हमारे खेतों में फेंका गया, जमीन बर्बाद:

गांववालों की पीड़ा दिल दहला देने वाली है। “हमारी उपजाऊ जमीन को मलबे का डंपिंग यार्ड बना दिया गया। अब न खेती बची है, न गुजारा।” – एक बुजुर्ग किसान की आंखों में आंसू और आवाज में आग थी।

“बोरवेल लगेगा” का वादा सिर्फ दिखावा निकला! पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण :

पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों से कंपनी ने वादा किया था कि गांव में तत्काल बोरवेल की व्यवस्था होगी। SDM के सामने सबकुछ मंजूर हुआ, लेकिन अब तक एक गड्ढा तक नहीं खोदा गया! क्या ये है शासन की ‘जनभागीदारी’?

प्रशासन की ‘सोशल मीडिया सरकार’ पर फूटा गुस्सा :

 ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन सिर्फ फेसबुक-व्हाट्सऐप पर ‘शांति का माहौल’ दिखा रहा है, जबकि असलियत ये है कि गांव में विकास नहीं, धोखा और दमन हो रहा है। “प्रशासन आंखें मूंदकर कंपनी की जी-हुजूरी कर रहा है।”

भाजपा नेताओं की चेतावनी – “12 अप्रैल को करेंगे उग्र आंदोलन!” :

 अब राजनीति भी उबाल पर है। युवा भाजपा नेताओं ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए दो टूक कहा है – “अगर दो दिन में गांव की मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 12 अप्रैल को सड़कों पर उबाल दिखेगा। ये सिर्फ आंदोलन नहीं, अन्याय के खिलाफ जनक्रांति होगी!”

अब सवाल उठता है –

  • क्या प्रशासन कंपनी की कठपुतली बन चुका है?
  • क्या जनता की आवाज दबाई जाएगी या सुनी जाएगी?
  • क्या 12 अप्रैल को धरमजयगढ़ जल उठेगा आंदोलन की आग में?

तैयार हो जाइए… 12 अप्रैल सिर्फ तारीख नहीं, शायद न्याय के लिए बिगुल का दिन बन जाए।

 

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